दिल्ली में यमुना का कहर: राहत शिविरों में भी भरा पानी, मयूर विहार से लेकर सचिवालय तक जल ही जल

Edited By Updated: 04 Sep, 2025 04:04 PM

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दिल्ली में भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे मयूर विहार, मोनेस्ट्री मार्केट और यमुना बाजार जैसे निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। राहत शिविरों में भी पानी भर गया है। NH-44 पर फ्लाईओवर ढह गया, हालांकि कोई...

नेशनल डेस्क: दिल्ली में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नतीजतन, निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि राहत शिविरों में भी पानी भर गया है। गुरुवार सुबह 9 बजे यमुना नदी का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर 207.47 मीटर रिकॉर्ड किया गया। सुबह 5 बजे और 6 बजे के आंकड़े भी लगभग इतने ही थे। अधिकारियों के अनुसार, सुबह 2 बजे से 5 बजे तक जलस्तर स्थिर रहा, लेकिन 6 बजे यह 207.48 मीटर तक पहुंच गया। यह स्पष्ट संकेत है कि खतरा टला नहीं है। पुराना रेलवे पुल यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए अहम माना जाता है। यहीं से यह तय होता है कि बाढ़ की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण दिल्ली के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। मयूर विहार फेज-1, मोनेस्ट्री मार्केट और यमुना बाजार जैसे क्षेत्र पूरी तरह पानी में डूब गए हैं। सबसे चिंताजनक स्थिति राहत शिविरों की है, जहाँ लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखने की योजना थी लेकिन अब वही शिविर भी पानी में डूब चुके हैं।
 

ड्रोन से दिखा बाढ़ का भयावह नज़ारा

मयूर विहार के पास ड्रोन से लिए गए दृश्य बेहद डरावने हैं। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे यमुना का पानी रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है। दिल्ली सचिवालय के पास भी जलभराव की खबर है, जहां मुख्यमंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के कार्यालय स्थित हैं। अलीपुर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर सुबह करीब 6 बजे फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर गया। लगातार बारिश के चलते यह हादसा हुआ। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, हालांकि घटनास्थल पर एक क्षतिग्रस्त ऑटो रिक्शा देखा गया है। बुधवार को सिविल लाइंस क्षेत्र में चंदगी राम अखाड़े के पास भीषण जलभराव देखने को मिला। यह इलाका राजधानी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है, और यहां जलभराव की स्थिति से प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं।

10,000 से अधिक लोग किए गए स्थानांतरित

रिपोर्टों के अनुसार, अब तक 8,000 से अधिक लोगों को तंबुओं में पहुंचाया जा चुका है। इसके अलावा 2,000 से ज्यादा लोगों को स्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि किसी भी नागरिक को असुरक्षित क्षेत्रों में न रहना पड़े।

आईएमडी का अलर्ट: आगे भी जारी रहेगी बारिश

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली सहित नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गरज-चमक के साथ भारी बारिश का यह दौर जनजीवन को और प्रभावित कर सकता है। प्रशासन को पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

प्रशासन की चुनौतियाँ बढ़ीं

बारिश और यमुना के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली प्रशासन की चुनौतियों को और भी बढ़ा दिया है। जहां एक ओर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है, वहीं दूसरी ओर राहत शिविरों में भी सुरक्षा और सुविधाओं का इंतज़ाम करना जरूरी हो गया है।

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