UPI से गलत खाते में चला गया पैसा? घबराएं नहीं, बस 48 घंटे के भीतर करें ये काम और पाएं पूरा रिफंड

Edited By Updated: 23 Dec, 2025 05:14 PM

did you accidentally send money to the wrong account via upi

आज UPI हमारी रोजमर्रा की जरूरतों का अहम हिस्सा बन चुका है। सब्जी खरीदने से लेकर बिजली का बिल भरने और दोस्तों को पैसे भेजने तक, सब कुछ कुछ सेकंड में हो जाता है। लेकिन कई बार पेमेंट फेल हो जाता है, अटक जाता है या अकाउंट से पैसे कटने के बाद भी...

नेशनल डेस्क: आज UPI हमारी रोजमर्रा की जरूरतों का अहम हिस्सा बन चुका है। सब्जी खरीदने से लेकर बिजली का बिल भरने और दोस्तों को पैसे भेजने तक, सब कुछ कुछ सेकंड में हो जाता है। लेकिन कई बार पेमेंट फेल हो जाता है, अटक जाता है या अकाउंट से पैसे कटने के बाद भी ट्रांजैक्शन पूरा नहीं होता। ऐसे में यूजर्स के मन में सबसे बड़ा सवाल होता है। क्या पैसा वापस आएगा और इसमें बैंक की क्या भूमिका होगी।

UPI ट्रांजैक्शन फेल होने की असली वजह
हर बार UPI डाउन होना ही पेमेंट फेल होने की वजह नहीं होती। कई बार बैंक या UPI ऐप की इंटरनल लिमिट के कारण ट्रांजैक्शन पूरा नहीं हो पाता। जैसे दिन में ट्रांजैक्शन की संख्या तय होना या एक तय रकम से ज्यादा भेजने की अनुमति न होना। कुछ खास पेमेंट कैटेगरी जैसे इंश्योरेंस प्रीमियम या निवेश से जुड़े भुगतान के लिए अलग लिमिट होती है। अगर मर्चेंट सही तरीके से टैग नहीं है या बैंक उस कैटेगरी को सपोर्ट नहीं करता, तो बड़ा अमाउंट फेल हो सकता है। ऐसे मामलों में बड़ी रकम को छोटे हिस्सों में भेजना बेहतर विकल्प होता है।


UPI फेल होने पर आपके पैसे का क्या होता है?
UPI फेल होने की दो आम स्थितियां होती हैं। पहली, जब पेमेंट फेल हो जाता है और अकाउंट से पैसे कटते ही नहीं। यह स्थिति सुरक्षित मानी जाती है। दूसरी स्थिति में पेमेंट फेल या पेंडिंग दिखता है, लेकिन अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। ऐसे मामलों में घबराने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि RBI के नियमों के अनुसार तय समय के भीतर पैसा ऑटोमैटिक रिवर्स हो जाना चाहिए। अगर तय समय में रिफंड नहीं मिलता, तो ग्राहक मुआवजे का दावा भी कर सकता है।


बैंक क्या करेगा और क्या नहीं?
बैंक या UPI ऐप ट्रांजैक्शन का स्टेटस चेक कर सकता है, डिस्प्यूट दर्ज कर सकता है और पेमेंट फेल होने की स्थिति में रिवर्सल की प्रक्रिया शुरू करता है। NPCI के तहत इसके लिए एक तय शिकायत निवारण सिस्टम मौजूद है। हालांकि बैंक यह काम नहीं करेगा कि अगर आपने गलती से किसी गलत व्यक्ति को पैसे भेज दिए और ट्रांजैक्शन सफल हो गया, तो वह पैसा अपने आप वापस आ जाए। सफल ट्रांजैक्शन को फेल नहीं माना जाता। ऐसे मामलों में पैसा तभी वापस मिल सकता है जब सामने वाला व्यक्ति रिफंड करे या मामला फ्रॉड से जुड़ा हो।


डिस्प्यूट सही तरीके से कैसे दर्ज करें?
अगर UPI ट्रांजैक्शन में कोई समस्या आती है, तो सबसे पहले जरूरी जानकारी संभाल कर रखें UPI रेफरेंस नंबर, तारीख, समय, रकम और स्क्रीनशॉट। सबसे पहले उसी UPI ऐप में “Report a Problem” या “Help” सेक्शन से शिकायत दर्ज करें। अगर वहां समाधान नहीं मिलता, तो अपने बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क करें और शिकायत नंबर जरूर नोट करें। इसके बाद भी समाधान न मिले, तो RBI की इंटीग्रेटेड ओम्बड्समैन स्कीम के तहत शिकायत की जा सकती है।


एक आसान नियम जो आपको परेशानी से बचाएगा
अगर कोई UPI ट्रांजैक्शन अटका हुआ है, तो बार-बार उसी पेमेंट को दोहराने से बचें। इससे डुप्लीकेट डेबिट हो सकता है और समस्या और बढ़ सकती है। पहले यह कन्फर्म कर लें कि पुराना ट्रांजैक्शन फेल या रिवर्स हो चुका है, तभी नया पेमेंट करें।

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