Edited By Radhika,Updated: 01 Aug, 2025 03:01 PM

केरल सरकार पर्यावरण को प्लास्टिक कचरे से बचाने और जिम्मेदार उपभोग को बढ़ावा देने के लिए दो नई पहल शुरू करने जा रही है। इन पहलों के तहत शराब की बोतल पर ₹20 अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा, जो बोतल वापस करने पर रिफंड हो जाएगा। यह कदम तमिलनाडु के सफल मॉडल से...
नेशनल डेस्क: केरल सरकार पर्यावरण को प्लास्टिक कचरे से बचाने और जिम्मेदार उपभोग को बढ़ावा देने के लिए दो नई पहल शुरू करने जा रही है। इन पहलों के तहत शराब की बोतल पर ₹20 अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा, जो बोतल वापस करने पर रिफंड हो जाएगा। यह कदम तमिलनाडु के सफल मॉडल से प्रेरित है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए दो बड़े फैसले
केरल आबकारी विभाग ने प्लास्टिक कचरे से उत्पन्न पर्यावरणीय चिंताओं को दूर करने के लिए दो महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा की है:
1.प्लास्टिक बोतलें होंगी बंद (प्रीमियम शराब के लिए): केरल स्टेट बेवरेजेस कॉरपोरेशन (बेवको) के आउटलेट्स पर बिकने वाली ₹800 से अधिक कीमत वाली प्रीमियम शराब अब प्लास्टिक की बोतलों में उपलब्ध नहीं होगी। राज्य में ऐसी शराब केवल कांच की बोतलों में बेची जाएगी। यह निर्णय प्लास्टिक के उपयोग को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
2. बोतल वापसी पर ₹20 का रिफंड: बेवको आउटलेट्स से खरीदी जाने वाली सभी शराब की बोतलों (चाहे वे प्लास्टिक की हों या कांच की) पर ग्राहकों को ₹20 अतिरिक्त देने होंगे। यह राशि वास्तव में एक deposit होगी, जिसे बोतल को उसी बेवको आउटलेट पर वापस करने पर रिफंड कर दिया जाएगा, जहाँ से उसे खरीदा गया था। प्रत्येक बोतल पर एक QR code होगा जो रिफंड प्रक्रिया को ट्रैक करने में मदद करेगा, जिससे पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित होगी।
मंत्री एम.बी. राजेश ने स्पष्ट किया कि "ये ₹20 कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं है, बल्कि ये एक जमा राशि है, जो जिम्मेदार उपभोग को बढ़ावा देने के लिए है।"

पायलट प्रोजेक्ट और पूरे राज्य में विस्तार की योजना
इस नई पहल को लागू करने के लिए केरल सरकार ने क्लीन केरल कंपनी के साथ साझेदारी की है। यह योजना सितंबर 2025 से तिरुवनंतपुरम और कन्नूर जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जाएगी। यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो जनवरी 2026 से इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। मंत्री राजेश ने बताया कि तमिलनाडु में ऐसी ही एक योजना पहले से ही सफलतापूर्वक चल रही है, जिसका केरल सरकार ने गहन अध्ययन किया है। तमिलनाडु में बोतल वापसी की प्रक्रिया की सफलता को देखते हुए केरल ने इस मॉडल को अपनाने का फैसला किया है।
70 करोड़ शराब की बोतलें, जिनमें 80% प्लास्टिक की
सामने आई जानकारी के अनुसार केरल में हर साल बेवको आउटलेट्स के जरिए से लगभग 70 करोड़ शराब की बोतलें बिकती हैं। इनमें से चिंताजनक रूप से 80% बोतलें प्लास्टिक की होती हैं। ये बोतलें अक्सर सड़कों, नदियों और सार्वजनिक जगहों पर फेंक दी जाती हैं, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुँचता है। मंत्री राजेश ने कहा, "ये योजना सड़कों पर फेंकी जाने वाली बोतलों की समस्या को हल करने में मदद करेगी। हमारा लक्ष्य प्लास्टिक कचरे को कम करना और रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देना है।"
त्रिशूर में खुलेगा पहला सुपर प्रीमियम आउटलेट
केरल सरकार ने शराब की बिक्री के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए एक और पहल की घोषणा की है। बेवको ने सुपर प्रीमियम आउटलेट्स शुरू करने की योजना बनाई है। पहला सुपर प्रीमियम आउटलेट 5 अगस्त, 2025 को त्रिशूर में खोला जाएगा। ये आउटलेट ₹900 से अधिक कीमत वाली विदेशी शराब बेचेंगे। सरकार की योजना है कि प्रत्येक जिले में एक सुपर प्रीमियम आउटलेट शुरू किया जाए ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता और अनुभव मिल सके।