Edited By Tanuja,Updated: 01 Nov, 2025 04:08 PM

भारत ने फिजी के सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समर्थन में एंटी-रेट्रो वायरल दवाओं की खेप भेजी। यह कदम ग्लोबल साउथ देशों के साथ भारत की साझेदारी को मजबूत करता है। दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास क्षेत्रों में कई एमओयू पर हस्ताक्षर हुए...
International Desk: भारत ने शनिवार को फिजी के सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को सहयोग देने के लिए एंटी-रेट्रो वायरल (ARV) दवाओं की एक खेप भेजी। विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि यह कदम भारत की “ग्लोबल साउथ” देशों के साथ स्वास्थ्य साझेदारी को सशक्त करने की प्रतिबद्धता को दोहराता है।
MEA ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा – “ग्लोबल साउथ के साथ स्वास्थ्य साझेदारी को मजबूत करते हुए भारत ने फिजी को ARV दवाओं की खेप भेजी है। भारत फिजी की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया और मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
यह पहल इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत की भूमिका को एक विश्वसनीय विकास और मानवीय भागीदार के रूप में रेखांकित करती है। भारत और फिजी के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और क्षमता निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है। हाल ही में अगस्त में दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा, गतिशीलता और विकास सहयोग से जुड़ी कई समझौतों और एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका की भारत यात्रा के दौरान सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल निर्माण के लिए भी समझौता हुआ था।
इसके अलावा, भारत की जनऔषधि योजना के तहत HLL लाइफकेयर लिमिटेड और फिजी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने का करार किया। मई में फार्माकोपियल सहयोग पर एमओयू साइन हुआ, जिससे फिजी में जनऔषधि केंद्र खोलने का रास्ता साफ हुआ। फिजी सरकार ने भारत को सुवा में चांसरी भवन के लिए भूमि पट्टा भी सौंपा, जिससे दोनों देशों के राजनयिक संबंध और मजबूत होंगे।