चलती ट्रेन में तबीयत खराब तो घबराएं ना, बस करें ये काम आपके सीट पर पहुंचेगा डॉक्टर

Edited By Updated: 26 Nov, 2025 04:27 PM

indian railway train doctor emergency service

भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए चलती ट्रेन में डॉक्टर बुलाने की सुविधा शुरू की है। अगर सफ़र के दौरान किसी यात्री की तबियत बिगड़े तो टीटीई को सूचना दें या 138 पर कॉल करें। अगले बड़े स्टेशन पर डॉक्टर को तैयार रखा जाता है। प्राथमिक उपचार की एक खुराक...

नेशनल डेस्क : हर रोज़ लाखों लोग भारतीय रेलगाड़ियों से सफ़र करते हैं। लंबी यात्रा का अनुभव रोमांचक होता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर सफ़र के दौरान आपकी या आपके साथ बैठे किसी यात्री की तबियत अचानक बिगड़ जाए तो क्या किया जाए? घबराहट होना स्वाभाविक है, लेकिन भारतीय रेलवे ने इस गंभीर समस्या का भी समाधान कर रखा है। अब यात्री चलती ट्रेन में भी डॉक्टर को बुला सकते हैं।

ट्रेन में डॉक्टर बुलाने की प्रक्रिया
रेलवे की यह मेडिकल इमरजेंसी सुविधा यात्रियों के लिए जीवनदान से कम नहीं है। जब किसी यात्री की स्वास्थ्य समस्या बढ़ जाए, तो सबसे पहले ट्रेन में मौजूद टिकट चेकिंग स्टाफ़ (TTE) को तुरंत सूचित करना होता है। टीटीई आपकी सूचना को गंभीरता से लेते हैं और ट्रेन कंट्रोल रूम को जानकारी देते हैं। कंट्रोल रूम इस सूचना के आधार पर ट्रेन के अगले बड़े स्टेशन पर डॉक्टर को तैयार रखता है। जैसे ही ट्रेन उस स्टेशन पर रुकेगी, डॉक्टर सीधे कोच में आकर मरीज की जांच करेंगे और ज़रूरी इलाज देंगे। यह सुविधा मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन सभी में उपलब्ध है।

₹100 का मामूली शुल्क
रेलवे द्वारा यह सुविधा पूरी तरह मुफ्त नहीं है। डॉक्टर को बुलाने के लिए मामूली ₹100 का शुल्क निर्धारित किया गया है। डॉक्टर स्टेशन पर आकर जांच और प्राथमिक उपचार देने के बाद इस शुल्क की रसीद भी प्रदान करेंगे। यदि डॉक्टर किसी दवा की सलाह दें, तो उसका खर्च अलग से यात्री को वहन करना होगा।

सामान्य बीमारी में मुफ्त दवा
कई बार सफ़र के दौरान यात्रियों को हल्का बुखार, पेट दर्द, उल्टी या दस्त जैसी मामूली परेशानियाँ हो जाती हैं। इन सामान्य समस्याओं के लिए रेलवे ने फर्स्ट एड किट (First Aid Kit) की व्यवस्था की है। यात्री को बस टीटीई को सूचित करना होता है। टीटीई गार्ड के डिब्बे से प्राथमिक दवा की एक खुराक मुफ्त में प्रदान कर देंगे। यह सुविधा पूरी तरह फ्री है।

आपातकालीन हेल्पलाइन
यदि सफ़र के दौरान यात्री की तबियत बिगड़ जाए और टीटीई या गार्ड तुरंत न मिलें, तो वह राष्ट्रीय रेलवे हेल्पलाइन नंबर 138 पर कॉल कर सकता है। इस नंबर पर सूचना देने से कंट्रोल रूम को तुरंत जानकारी मिल जाती है और अगले स्टेशन पर मेडिकल मदद सुनिश्चित की जाती है। भारतीय रेलवे की यह सुविधा यात्रियों के लिए लंबी यात्राओं को सुरक्षित और तनावमुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। चाहे गंभीर समस्या हो या मामूली बीमारी, अब यात्रियों को ट्रेन में भी चिकित्सा सहायता प्राप्त करना आसान और सुरक्षित हो गया है।

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