Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Mar, 2020 04:32 PM
देश के आधुनिकतम (Sophisticated) जिओ इमेजिनिंग उपग्रह जीआईसैट-1 (GSAT-1) का गुरुवार को होने वाला लॉन्चिग को टाल दिया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने आज बताया कि तकनीकी कारणों से जीआईसैट-1 का लॉन्चिग टाल दिया गया है। यहां सतीश धवन...
श्रीहरिकोटाः देश के आधुनिकतम (Sophisticated) जिओ इमेजिनिंग उपग्रह जीआईसैट-1 (GSAT-1) का गुरुवार को होने वाला लॉन्चिग को टाल दिया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने आज बताया कि तकनीकी कारणों से जीआईसैट-1 का लॉन्चिग टाल दिया गया है। यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्चिंग पटल से 5 मार्च की शाम 5.43 बजे इसकी लॉन्चिंग की जानी थी। इसरो ने बताया कि लॉन्चिंग की नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी। देश की सीमाओं पर नजदीकी नजर रखने में सक्षम इस उपग्रह का प्रक्षेपण स्वदेशी भूस्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी-एफ10) से किया जाना है।
पूरे भारतीय उपमहाद्वीप की लगभग ‘रियल टाइम' तस्वीरें भेजने में समर्थ 2,275 किलोग्राम वजन वाला उपग्रह जीआईसैट-1 अत्याधुनिक सजग ‘ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट' है। इसे 36,000 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में स्थापित किया जाना है। यह देश का पहला उपग्रह है जिसे इतनी ऊंची कक्षा में रखा जाएगा। चार मीटर व्यास वाला यह उपग्रह जीआईसैट श्रृंखला का पहला उपग्रह है। आसमान में बादल नहीं रहने की स्थिति में यह पूरे भारतीय उपमहाद्वीप की तकरीबन ‘रियल टाइम' तस्वीरें भेजने में समर्थ है जिससे देश की सीमाओं पर हो रही हलचल के बारे में तुरंत जानकारी मिल सकेगी। यह जीएसएलवी की 14वीं उड़ान होगी।