Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 09:30 AM
राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर पर दिए बड़े बयान के बाद इस पर सियासत भी तेज हो गई है। आरएसएस प्रमुख द्वारा दिए गए बयान को लेकर मुस्लिम संगठनों ने कड़ा ऐतराज जाहिर किया है। साथ ही उनके इस बयान को सुप्रीम कोर्ट को चुनौती करार दिया...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर पर दिए बड़े बयान के बाद इस पर सियासत भी तेज हो गई है। आरएसएस प्रमुख द्वारा दिए गए बयान को लेकर मुस्लिम संगठनों ने कड़ा ऐतराज जाहिर किया है। साथ ही उनके इस बयान को सुप्रीम कोर्ट को चुनौती करार दिया है। अयोध्या विवाद के मुस्लिम संगठनों ने सवाल उठाया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, उसमें आरएसएस पक्षकार भी नहीं है, तो भागवत कौन होते हैं इस मामले को तूल देने वाले।
गौरतलब है कि राम मंदिर मुद्दे पर मोहन भागवत ने बयान दिया है। कर्नाटक के उड़पि में चल रही धर्मसंसद के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर सिर्फ राम जन्मभूमि पर ही बनेगा।
बता दें, सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई होने जा रही है। ऐसे समय में उससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।