Edited By Shubham Anand,Updated: 27 Nov, 2025 02:11 PM

ऊंचाहार–रायबरेली–लखनऊ–प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेमरी रनापुर के पास सड़क अचानक धंसने से एक डंपर कई घंटे तक फंसा रहा। स्थानीय लोगों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। लोगों ने इसे निर्माण की खराब गुणवत्ता का परिणाम बताया। महाकुंभ 2025 से पहले हुए...
नेशनल डेस्क : कुछ दिन पहले ऊंचाहार–रायबरेली–लखनऊ–प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेमरी रनापुर गांव के पास बड़ा हादसा होते-होते टल गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर अचानक सड़क धंस जाने से एक डंपर के कई पहिये गड्ढे में फंस गए। डंपर करीब कई घंटे तक उसी जगह अटका रहा, जिससे मार्ग पर अफरा-तफरी मच गई। राहत की बात यह रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
घटना के तुरंत बाद डंपर का ड्राइवर और क्लीनर वाहन को बाहर निकालने का प्रयास करते रहे, वहीं स्थानीय लोगों ने वाहनों की दिशा बदलकर ट्रैफिक को संभाला और संभावित दुर्घटना को टाल दिया। शिवम पाण्डेय, अन्नू पाठक, अन्नू पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, अखिलेश सिंह, जयमल सिंह, प्रशांत सिंह समेत दर्जनों लोगों ने मौके पर पहुंचकर वाहनों को संकेत देकर स्थिति को नियंत्रित किया। घटना का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्थानीय लोगों ने राजमार्ग धंसने को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही और निर्माण कार्य की कमजोर गुणवत्ता के कारण सड़क कुछ ही महीनों में जगह-जगह धँसने लगी है। महाकुंभ 2025 के मद्देनजर लखनऊ–प्रयागराज मार्ग का हाल ही में चौड़ीकरण और नवीनीकरण कराया गया था, लेकिन लोगों का आरोप है कि निर्माण जल्दबाजी में और गुणवत्ता के मानकों को दरकिनार करते हुए किया गया। इससे पहले बरसात के मौसम में भी इसी राजमार्ग के कई हिस्सों में धँसने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। घटना के संबंध में जब एसडीएम राजेश कुमार श्रीवास्तव से उनके सीयूजी नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनसे बात नहीं हो सकी।