Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Dec, 2025 08:20 PM

सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव के बीच वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने बाजार में नई हलचल पैदा कर दी है। WGC ने गुरुवार को जारी अपने ताज़ा अनुमान में कहा है कि साल 2026 में सोने की कीमतें मौजूदा स्तरों से 15% से 30% तक...
नेशनल डेस्क: सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव के बीच वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने बाजार में नई हलचल पैदा कर दी है। WGC ने गुरुवार को जारी अपने ताज़ा अनुमान में कहा है कि साल 2026 में सोने की कीमतें मौजूदा स्तरों से 15% से 30% तक बढ़ सकती हैं।
2025 में क्यों बढ़ी सोने की चमक?
साल 2025 में अमेरिकी टैरिफ नीतियों और वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव के चलते निवेशकों की बड़ी संख्या ने सोने को सुरक्षित विकल्प यानी सेफ हेवन के रूप में चुना। इसका सीधे-सीधा असर कीमतों पर पड़ा और सोने ने लगभग 53% की तेज़ बढ़त दर्ज की।
रिपोर्ट में क्या दावा किया गया?
WGC ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है- "गिरती यील्ड, बढ़ते जियोपॉलिटिकल तनाव और निवेशकों के सेफ्टी की ओर झुकाव का संयुक्त प्रभाव सोने के लिए मजबूत टेलविंड साबित होगा। ऐसे में 2026 में सोने की कीमतें मौजूदा लेवल से 15% से 30% तक उछाल ले सकती हैं।" रिपोर्ट के अनुसार, निवेश के तौर पर सोने की डिमांड तेज़ बनी रहेगी, खासकर गोल्ड ETF के जरिए निवेश में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। इससे ज्वेलरी और टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टरों में संभावित कमजोरी को भी बैलेंस किया जा सकेगा।
गोल्ड ETF में रिकॉर्ड इनफ्लो
WGC के डेटा के मुताबिक, कैलेंडर ईयर 2025 में अब तक 77 बिलियन डॉलर का गोल्ड ETF इनफ्लो हुआ है। इसके चलते ग्लोबल होल्डिंग्स में 700 टन से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अगर शुरुआती पॉइंट को मई 2024 माना जाए, तो गोल्ड ETF होल्डिंग्स में कुल मिलाकर लगभग 850 टन की बढ़ोतरी हो चुकी है। यह पिछले गोल्ड बुल साइकिल की तुलना में आधे से भी कम है, जिसका मतलब है कि आगे और ग्रोथ की गुंजाइश मौजूद है।
कब गिर सकती हैं कीमतें?
WGC का यह भी अनुमान है कि कुछ परिस्थितियों में 2026 में सोने की कीमतों में 5% से 20% की गिरावट भी संभव है। ऐसा तब होगा जब वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में सुधार आए, रिफ्लेशन हावी हो और महंगाई के दबाव के चलते फेडरल रिजर्व को 2026 में ब्याज दरें स्थिर रखने या बढ़ाने पर मजबूर होना पड़े।