Edited By Anil dev,Updated: 15 Feb, 2021 01:37 PM
कृषि कानूनों पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ज्यादा दिमाग खराब ना करे। उन्होंने कहा कि अभी तो किसानों ने कानून वापसी का नारा लगाया है, गद्दी वापसी का नारा नहीं लगाया।
नेशनल डेस्क: कृषि कानूनों पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ज्यादा दिमाग खराब ना करे। उन्होंने कहा कि अभी तो किसानों ने कानून वापसी का नारा लगाया है, गद्दी वापसी का नारा नहीं लगाया। इसलिए केंद्र हमारी बात मान जाए। टिकैत ने कहा, सरकार आप बनाते रहो, चलाते रहो, जो करना है करो लेकिन आप हमारे काम करते रहो। सरकार किसी की भी हो, हम सरकार से किसानों के लिए पॉलिसी पर बात करेंगे।
टिकैत ने कहा कि सरकार ने तो यहां तक कहना शुरू कर दिया ये किसान भी खराब हैं। सरकार ने सीधे सीधे पगड़ी पर हमला किया। टिकैत ने कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा, जब तक सरकार हमारे पक्ष में फैसला नहीं करती, समिति (प्रदर्शनकारी नेताओं) से बात नहीं करती और हमारी मांगों पर सहमत नहीं होती, तब तक हम उसे चैन से बैठने नहीं देंगे। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि केंद्र के कृषि कानूनों से सार्वजनिक वितरण प्रणाली खत्म हो जाएगी। टिकैत ने कहा कि कानून न केवल किसानों को बल्कि छोटे किसानों, दिहाड़ी मजदूरों और अन्य वर्गों को भी प्रभावित करेगा।
इन कानूनों को लाने की सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए टिकैत ने कहा, गोदाम पहले बन गए और कानून बाद में आया। क्या किसान नहीं जानते कि ये कानून बड़े कॉरपोरेट के पक्ष में है? इस देश में भूख का कारोबार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। भाकियू नेता ने दोहराया, पंच और मंच वहीं रहेंगे। उन्होंने कहा, समिति द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह सभी को स्वीकार्य होगा। देश के किसान उसके साथ खड़ा है।