Edited By Radhika,Updated: 17 Jul, 2025 12:15 PM

उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के बड़े रैकेट का खुलासा होने के बाद उसके कथित सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। यूपी एटीएस द्वारा की जा रही पूछताछ में छांगुर से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे मामले पर अब...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के बड़े रैकेट का खुलासा होने के बाद उसके कथित सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। यूपी एटीएस द्वारा की जा रही पूछताछ में छांगुर से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे मामले पर अब मथुरा के जाने-माने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
अनिरुद्धाचार्य का छांगुर पर सीधा हमला:
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने अवैध धर्मांतरण के इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "अभी छांगुर को पकड़ा गया है, वह हिंदू लड़कियों को मुसलमान बना रहा था। उसके संपर्क में आई एक हिंदू लड़की जो मुसलमान बनी थी उसने बताया कि उनका लक्ष्य है कि 2048 आने तक पूरा भारत इस्लामिक हो जाएगा। मुसलमानों का टारगेट है 2048-50 तक आते-आते भारत को इस्लामिक देश बनाना।"
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने आगे बढ़कर चेतावनी देते हुए जनसंख्या असंतुलन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "उनके यहां दस बच्चे होते हैं, विधर्मियों के यहां दस बच्चे होते हैं, तुम्हारे यहां दो बच्चे हैं। वो उनकी गर्दन उतार देंगे। उनका लक्ष्य है भारत पर कब्ज़ा करना, समय आने दो वह तुम्हारे बच्चों को मारेंगे।" उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब छांगुर के बारे में यह सामने आया है कि वह किस तरह से हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण करवा रहा था। उसके निशाने पर मुख्य रूप से युवा थे, जिनका पैसे और ब्रेन वॉश करके धर्मांतरण कराया जा रहा था।

छांगुर पर ईडी का शिकंजा-
छांगुर के खिलाफ कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई लगातार तेज़ हो रही है। जानकारी मिली है कि छांगुर को विदेशों से भी फंडिंग मिल रही थी। इसी सिलसिले में गुरुवार को ED ने उसके यूपी और मुंबई समेत 14 जगहों पर छापेमारी की है। इनमें उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 12 जगहों और मुंबई में 2 जगहों पर ईडी की टीमों ने एक साथ रेड डाली है। छांगुर के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत उसकी विदेशी फंडिंग को लेकर विस्तृत जांच की जा रही है। यह मामला देश में अवैध धर्मांतरण और उससे जुड़ी फंडिंग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है और आने वाले दिनों में इस पर और भी खुलासे होने की संभावना है।