Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Apr, 2020 01:42 PM
कोरोना वायरस संकट के चलते देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। सबी लोग अपने घरों में बंद हैं। सुबह से लेकर शाम तक घर में रहने और रोज एक ही रुटीन के चलते जहां बड़े लोग परेशान हैं वहीं बच्चों पर भी इसका असर पड़ रहा है। ज्यादा शरारत करने पर घरवालों से बार-बार...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस संकट के चलते देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। सभी लोग अपने घरों में बंद हैं। सुबह से लेकर शाम तक घर में रहने और रोज एक ही रुटीन के चलते जहां बड़े लोग परेशान हैं वहीं बच्चों पर भी इसका असर पड़ रहा है। ज्यादा शरारत करने पर घरवालों से बार-बार डांट खाकर बच्चे भी चिड़चिड़े हो चले हैं, ऐसे में दिल्ली सरकार ने 'Every Home a School, Every Parent a Teacher' के नाम से एक पहल शुरू की है। इस पहल के तहत बच्चों के लिए घरों पर ही 'हैप्पीनेस क्लास' लागने की योजना बनाई जा रही है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि कोरोना के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और घर में रहकर बोर हो गए हैं, ऐसे में टाइम आ गया है कि हर घर स्कूल और हर अभिभावक टीचर बने। सिसोदिया ने बताया कि रविवार से आठ लाख छात्र घरों में ही 'हैप्पीनेस करिकुलम और मिशन बुनियाद' में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पेरेंट्स घर पर हर रोज हैप्पीनेस की एक्टिविटीज करवाएंगे। दिल्ली डिप्टी सीएम ने कहा कि हम अपने टीचरों की मदद से लगभग 8 लाख छात्रों और उनके परिवारों को गाइड करेंगे। बता दें कि दिल्ली में नर्सरी से 8वीं के छात्रों को एसएमएस के जरिए टीचर्स डेली की एक्टिविटी की जानकारी दे रहे है और कई बच्चों की तो ऑनलाइन क्लासेस भी ली जा रही हैं।