Edited By Shubham Anand,Updated: 06 Oct, 2025 08:35 PM

देश में पैदल यात्रियों के लिए बाईं ओर चलने का नियम सुप्रीम कोर्ट में चर्चा में आया है। जबलपुर निवासी ज्ञान प्रकाश की याचिका पर कोर्ट ने केंद्र और NHAI से जवाब मांगा है। याचिकाकर्ता का तर्क है कि दाईं ओर चलने से सामने से आने वाले वाहन स्पष्ट दिखाई...
नेशनल डेस्क: देश में पैदल यात्री सड़क पर बाईं ओर चलने का नियम लंबे समय से लागू है, लेकिन हाल ही में इस नियम को बदलने की मांग सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गई है। जबलपुर निवासी ज्ञान प्रकाश ने याचिका दाखिल कर केंद्र और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से जवाब मांगा है कि क्या विदेशों की तरह पैदल यात्रियों के लिए दाईं ओर चलने का नियम बनाया जा सकता है।
याचिका में दावा किया गया है कि साल 2022 में हुए करीब 50 हजार सड़क हादसों में 18 हजार मौतें पैदल चलने वालों की हुईं। याचिकाकर्ता का कहना है कि दाईं ओर चलने पर सामने से आने वाले वाहन साफ दिखाई देंगे, जिससे एक्सीडेंट और मौतों की संख्या कम हो सकती है।
भारत में बाईं ओर चलने का नियम क्यों?
भारत में Road Regulations, 1989 के तहत पैदल यात्रियों को बाईं ओर चलना अनिवार्य है। इसका तर्क है कि बाईं ओर चलने पर यात्री पीछे से आने वाले वाहनों को देख सकते हैं और टकराव का खतरा कम होता है। साथ ही, सड़क पार करना, मुड़ना और वाहनों के साथ तालमेल बिठाना आसान होता है। देश में बस स्टॉप, फुटपाथ, क्रॉसवॉक और ट्रैफिक लाइट भी इसी नियम के अनुसार बनाए गए हैं।
याचिकाकर्ता का तर्क
ज्ञान प्रकाश का कहना है कि दाईं ओर चलने से सामने से आने वाले वाहन स्पष्ट दिखाई देंगे और पैदल यात्री तुरंत बचाव कर सकते हैं। उनका मानना है कि वर्तमान बाईं ओर चलने का नियम ब्रिटिश ट्रैफिक सिस्टम से अपनाया गया है और इस कारण पैदल यात्रियों के लिए खतरा बढ़ गया है।
दुनिया में नियम
अमेरिका, कनाडा और यूरोप के ज्यादातर देशों में दाईं ओर चलने का नियम है। वहीं, ब्रिटेन, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बाईं ओर चलने की परंपरा जारी है। दाईं ओर चलने से पैदल यात्री ड्राइवर की नजर में आते हैं और हादसों की संभावना कम होती है।
इतिहास की बात
फ्रांसीसी क्रांति से पहले अभिजात वर्ग सड़क के बाईं ओर चलता था और किसान दाईं ओर। नेपोलियन ने अपने शासन वाले यूरोपीय देशों में दाईं ओर चलने का नियम लागू किया, जिसे बाद में अमेरिका ने अपनाया। धीरे-धीरे दाईं ओर चलने का नियम दुनिया के कई देशों में मानक बन गया।
सुप्रीम कोर्ट ने NHAI से 10 नवंबर तक आंकड़ों के साथ जवाब मांगा है। अब यह देखना बाकी है कि क्या भारत में पैदल यात्रियों के लिए दाईं ओर चलने का नियम लागू किया जाएगा या नहीं।