Edited By Seema Sharma,Updated: 26 May, 2021 10:27 AM
अमेरिका की फाइजर (Pfizer) 2021 में ही पांच करोड़ टीके उपलब्ध कराने को तैयार है लेकिन कंपनी भारत सरकार से कुछ नियमों में छूट चाहती है। इसके एक करोड़ टीके जुलाई में, एक करोड़ अगस्त में और दो करोड़ सितंबर तथा एक करोड़ टीके अक्तूबर में भारत को उपलब्ध...
नेशनल डेस्क: अमेरिका की फाइजर (Pfizer) 2021 में ही पांच करोड़ टीके उपलब्ध कराने को तैयार है लेकिन कंपनी भारत सरकार से कुछ नियमों में छूट चाहती है। इसके एक करोड़ टीके जुलाई में, एक करोड़ अगस्त में और दो करोड़ सितंबर तथा एक करोड़ टीके अक्तूबर में भारत को उपलब्ध कराए जाएंगे। बता दें कि दुनियाभर में फाइजर टीके की अब तक 14.7 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। फिलहाल कहीं से भी किसी तरह के इस वैक्सीन को लेकर इसके दुष्प्रभाव की रिपोर्ट नहीं है।
फाइजर ने रखीं ये शर्तें
- कंपनी ने कहा कि वह केवल भारत सरकार से बात करेगी और टीकों का भुगतान भारत सरकार द्वारा फाइजर इंडिया को करना होगा।
- खरीदे गए टीके का घरेलू स्तर पर वितरण करने का काम भारत सरकार को खुद करना होगा।
- भारत को टीके की आपूर्ति के लिए फाइजर ने भारत सरकार से क्षतिपूर्ति का करार किए जाने की शर्त भी रखी है और इसके दस्तावेज भेजे हैं।
- फाइजर के मुताबिक उसने अमेरिका सहित 116 देशों से क्षतिपूर्ति के करार किए हैं।
यह वैक्सीन भी भारत आने को तैयार पर करना होगा इंतजार
वहीं मॉडेर्ना (Moderna) का covid-19 एक खुराक वाला टीका अगले साल भारत में उपलब्ध हो सकता है। इसके लिए वह सिप्ला तथा अन्य भारतीय दवा कंपनियों से बातचीत कर रही है। सूत्रों ने बताया कि मॉडेर्ना ने भारतीय प्राधिकरणों को यह बताया है कि उसके पास 2021 में अमेरिका से बाहर के लिए टीके का स्टॉक नहीं हैं। जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson and johnson) भी निकट भविष्य में अमेरिका से अपने टीके को दूसरे देशों को भेज पाएगी इसकी भी बहुत कम संभावनाएं हैं। वैश्विक और घरेलू बाजारों (Global and domestic markets) में टीके की उपलब्धता को लेकर कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में पिछले हफ्ते कुछ हाईलेवल मीटिंग हुईं। इनमें विदेश मंत्रालय, नीति आयोग, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, कानून मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे।
बता दें कि देश में covid-19 प्रतिरक्षण टीकाकरण अभियान में फिलहाल दो टीकों- कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन (Covaxin) का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस साल जनवरी मिडिल में शुरू किए गए वैक्सीनेशन अभियान के बाद से अब तक 20 करोड़ टीके की खुराक दी जा चुकी हैं। भारत ने रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन को भी मंजूरी दी है लेकिन अभी इसकी आपूर्ति बहुत सीमित संख्या में है।