Edited By Rohini Oberoi,Updated: 02 Jun, 2025 10:17 AM

दिल्ली और एनसीआर में रविवार शाम को आई तेज आंधी और बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। इस दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जब दिल्ली से उड़ान भर रहे एक विमान को खराब मौसम की वजह से भीषण झटके लगे और उसे लैंड करने की बजाय हवा में ही चक्कर...
नेशनल डेस्क। दिल्ली और एनसीआर में रविवार शाम को आई तेज आंधी और बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। इस दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जब दिल्ली से उड़ान भर रहे एक विमान को खराब मौसम की वजह से भीषण झटके लगे और उसे लैंड करने की बजाय हवा में ही चक्कर लगाना पड़ा।
पालम में 96 KM/घंटे की रफ्तार से चली आंधी
मौसम विभाग की ओर से साझा किए गए ताजा अपडेट के मुताबिक रविवार को पालम इलाके में तूफानी हवा की स्पीड 96 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई जो बीते 30 दिनों में सबसे तेज़ आंधी थी। इससे पहले 25 मई को हवा की गति 82 किलोमीटर प्रति घंटे रिकॉर्ड की गई थी। आंधी का असर हवा में उड़ रहे एक इंडिगो की फ्लाइट (संख्या 6E 6313) पर भी पड़ा जो रायपुर से दिल्ली आ रही थी।
हवा में झूलता रहा विमान
खराब मौसम के कारण रविवार शाम को रायपुर से दिल्ली जाने वाली इस इंडिगो की फ्लाइट को दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग रोकनी पड़ी। विमान के पायलट को स्थिति सुधरने तक हवा में कई चक्कर लगाने पड़े। इस दौरान आंधी के कारण विमान में बैठे यात्रियों को भीषण झटके महसूस हुए जिससे उनमें अफरा-तफरी मच गई और वे सहम गए। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए विमान को फिर से ऊपर लिया। पायलट ने बताया कि हवा की स्पीड 80 किलोमीटर/घंटा तक थी।
काफी देर तक हवा में चक्कर लगाने के बाद जब मौसम में सुधार हुआ तब जाकर विमान दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से उतर सका। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद ही विमान की सफल लैंडिंग हो पाई।
वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का एक वीडियो विमान में बैठे एक यात्री द्वारा रिकॉर्ड किया गया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में विमान के बीच हवा में हिलने के दौरान हुए टर्बुलेंस को साफ देखा जा सकता है।
फिलहाल मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआर में अगले दो दिन और आंधी-बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह घटना दर्शाती है कि खराब मौसम में हवाई यात्रा कितनी जोखिम भरी हो सकती है और पायलटों की सूझबूझ कितनी महत्वपूर्ण होती है।