Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Dec, 2025 12:59 PM

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट भारत सरकार द्वारा समर्थित एक सुरक्षित और गारंटीड निवेश विकल्प है। यह खासतौर पर मध्यम वर्ग और छोटे निवेशकों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसमें निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई जोखिम नहीं होता। NSC में न्यूनतम...
नई दिल्ली: अगर आप अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं और साथ ही गारंटीड रिटर्न भी चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। यह योजना सरकार की गारंटी के साथ आती है और निवेशकों को लंबे समय तक स्थिर और भरोसेमंद रिटर्न देती है।
NSC स्कीम क्या है?
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट भारत सरकार द्वारा समर्थित एक सुरक्षित और गारंटीड निवेश विकल्प है। यह खासतौर पर मध्यम वर्ग और छोटे निवेशकों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसमें निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई जोखिम नहीं होता। NSC में न्यूनतम निवेश ₹1,000 से शुरू होता है और कोई अधिकतम सीमा नहीं है। निवेश की अवधि 5 साल की होती है और ब्याज दर हर तिमाही सरकार द्वारा समीक्षा के बाद तय की जाती है।
ब्याज दर और रिटर्न
फिलहाल NSC पर 7.7% वार्षिक ब्याज दिया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप स्कीम में ₹10,00,000 का निवेश करते हैं, तो 5 साल के मैच्योरिटी पीरियड के बाद आपको लगभग ₹4,49,034 का ब्याज मिलेगा। यह निवेश जोखिम-मुक्त होने के साथ-साथ टैक्स बचत का भी लाभ प्रदान करता है, जिससे यह लंबी अवधि के सुरक्षित फाइनेंशियल प्लान के लिए एक आदर्श साधन बन जाता है।
NSC खाता कौन खोल सकता है?
निवेश के लिए पात्र: केवल भारत का निवासी व्यक्ति इस स्कीम में निवेश कर सकता है। एनआरआई, HUF, ट्रस्ट या कंपनियां निवेश के लिए पात्र नहीं हैं।
-
सिंगल अकाउंट: कोई भी वयस्क व्यक्ति अपने नाम या नाबालिग के लिए खाता खोल सकता है।
-
जॉइंट अकाउंट: दो या तीन वयस्क मिलकर जॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं।
-
नाबालिगों के लिए: अभिभावक (गार्जियन) बच्चे के लिए NSC खाता खोल सकता है।
-
10 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बच्चे अपने नाम से स्वयं खाता खोल सकते हैं।
-
मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति: अभिभावक उनके लिए खाता खोल सकता है।
NSC स्कीम न सिर्फ निवेशकों को सुरक्षित और निश्चित रिटर्न देती है, बल्कि टैक्स लाभ और लंबी अवधि की वित्तीय योजना के लिए भी उपयुक्त विकल्प है।