Edited By Sahil Kumar,Updated: 02 Dec, 2025 07:45 PM

पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) स्कीम सुरक्षित और पक्के रिटर्न चाहने वाले निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन रही है। सरकारी गारंटी और 7.7% वार्षिक कंपाउंडिंग ब्याज के साथ यह योजना 5 साल में अच्छा लाभ देती है। ₹1,000 से शुरू होने वाली NSC...
नेशनल डेस्कः अगर आप सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, जहां बिना जोखिम के बेहतरीन रिटर्न मिल सके, तो पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) स्कीम निवेशकों के लिए बड़ा विकल्प बनकर उभर रही है। सरकारी गारंटी, तय ब्याज दर और assured रिटर्न जैसी खूबियों के कारण यह योजना स्मॉल सेविंग स्कीम्स में सबसे लोकप्रिय है।
7.7% सालाना ब्याज
NSC पर वर्तमान में 7.7% सालाना ब्याज मिलता है, जो कंपाउंड होकर हर साल बढ़ता जाता है। इस स्कीम की खासियत यह है कि पूरा ब्याज मैच्योरिटी पर एक साथ मिलता है। 5 साल की अवधि पूरी होने पर निवेश की गई राशि पर अच्छा-खासा रिटर्न तैयार हो जाता है। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई निवेशक NSC में एकमुश्त ₹11,00,000 का निवेश करता है, तो 7.7% वार्षिक कंपाउंडिंग ब्याज के आधार पर 5 साल बाद उसे लगभग ₹15,93,937 प्राप्त होंगे। यानी कुल ₹4,93,937 का सिर्फ ब्याज के रूप में फायदा—वह भी बिना किसी जोखिम के।
1000 रुपये से निवेश की शुरुआत
इस स्कीम में निवेश की शुरुआत सिर्फ ₹1,000 से की जा सकती है और इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं है। बच्चों के नाम पर भी NSC खाता खोला जा सकता है, जिससे यह परिवारों के लिए भी उपयोगी विकल्प बन जाता है।
5 साल की अवधि
NSC की लॉक-इन अवधि 5 साल है। इस अवधि के पहले खाता बंद करने पर निवेशक को केवल मूल धन लौटता है, ब्याज नहीं। इसलिए इस स्कीम का पूरा फायदा उठाने के लिए 5 साल तक निवेश बनाए रखना आवश्यक है। अवधि पूरी होते ही ब्याज समेत संपूर्ण राशि निवेशक को प्राप्त हो जाती है।
टैक्स बचत का भी मौका
NSC में निवेश न केवल सुरक्षित रिटर्न देता है, बल्कि टैक्स बचत का अवसर भी प्रदान करता है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत निवेशक प्रति वित्तीय वर्ष ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट ले सकते हैं। ऐसे में सुरक्षित निवेश के साथ टैक्स प्लानिंग के लिए भी यह स्कीम डबल फायदा देती है।