Edited By Mansa Devi,Updated: 16 Aug, 2025 01:13 PM

दिल्ली में हुमायूं के मकबरे के पास स्थित पत्ते शाह बाबा की दरगाह में शुक्रवार, 15 अगस्त को एक बड़ा हादसा हो गया। दरगाह से सटे एक कमरे की छत अचानक ढह गई, जिसमें दबकर तीन महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए। इस घटना ने न केवल दरगाह...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में हुमायूं के मकबरे के पास स्थित पत्ते शाह बाबा की दरगाह में शुक्रवार, 15 अगस्त को एक बड़ा हादसा हो गया। दरगाह से सटे एक कमरे की छत अचानक ढह गई, जिसमें दबकर तीन महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए। इस घटना ने न केवल दरगाह की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पत्ते शाह बाबा की पहचान और उनकी लोकप्रियता को भी सुर्खियों में ला दिया है।
कौन थे पत्ते शाह बाबा?
पत्ते शाह बाबा का असली नाम हजरत शम्सुद्दीन उटावाला था। वह 13वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध सूफी संत थे। वह हजरत निजामुद्दीन औलिया के शिष्य थे और उनकी दरगाह गयासपुर गांव में स्थित है, जो दिल्ली के ऐतिहासिक हुमायूं के मकबरे के पास है।
क्यों है इतनी लोकप्रियता?
पत्ते शाह बाबा की दरगाह अपनी मान्यताओं और लोगों की आस्था के कारण बहुत मशहूर है। हर शुक्रवार यहाँ सैकड़ों लोग ताबीज और दुआएं लेने के लिए आते हैं। लोगों का मानना है कि बाबा की दुआएं उनकी समस्याओं को दूर करती हैं। इस दरगाह पर हिंदू, मुस्लिम, सिख और अन्य धर्मों के लोग एक साथ आते हैं, जो यहां की एकता का प्रतीक है।
हादसे का कारण और सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा 15 अगस्त को हुई भारी बारिश के कारण हुआ। जब छत गिरी, तब जुमे की नमाज के लिए लोग वहां इकट्ठा थे। मौके पर पहुंची दमकल की टीमों ने मलबे से लोगों को बाहर निकाला और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहाँ 6 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना ने ऐतिहासिक इमारतों की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) ने बताया कि दरगाह का हिस्सा खराब हालत में था और उसका रखरखाव नहीं किया गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश में छत से पानी टपकता था और दीवारें कमजोर हो चुकी थीं। हादसे के बाद ASI ने दरगाह की सुरक्षा की समीक्षा करने का वादा किया है, जबकि स्थानीय लोगों ने इसकी तुरंत मरम्मत की मांग की है।