Edited By Tanuja,Updated: 21 Aug, 2025 11:55 AM

रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों के बावजूद रूस से भारत को तेल और अन्य ऊर्जा संसाधनों का प्रवाह लगातार
International Desk: रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों के बावजूद रूस से भारत को तेल और अन्य ऊर्जा संसाधनों का प्रवाह लगातार जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) निर्यात की संभावनाएं भी देखी जा रही हैं। मंटुरोव ने यह बयान भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (IRIGC-TEC) के 26वें सत्र के दौरान दिया। इस बैठक की सह-अध्यक्षता मंटुरोव ने की, जबकि भारतीय पक्ष की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अध्यक्षता की। जयशंकर मॉस्को में तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।
मंटुरोव ने कहा: “हम कच्चे तेल, तेल उत्पाद, तापीय ईंधन और कोयले का निर्यात भारत को जारी रखे हुए हैं। हम रूसी LNG निर्यात की भी संभावना देख रहे हैं।”उन्होंने यह भी बताया कि परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने पर जोर है। इसमें कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना के अनुभव को आधार बनाकर नए पहलुओं पर काम किया जा रहा है।
मंटुरोव ने कहा कि अब भारत-रूस के बीच 90% से अधिक व्यापार लेन-देन अपनी-अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं में हो रहा है। यह कदम दोनों देशों के व्यापार को पारदर्शी और निर्बाध बनाने में मददगार साबित हो रहा है। बैठक के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर लिखा: “हमने व्यापार, ऊर्जा, उद्योग, कृषि, कौशल विकास, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों पर गहन चर्चा की। यह बैठक आगामी भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण रही।”जयशंकर और मंटुरोव ने IRIGC-TEC सत्रों के प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए। विस्तृत विवरण दोनों देशों की सरकारें बाद में साझा करेंगी।