Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Jun, 2022 04:34 PM
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायकों के विद्रोह के बाद मची उथल-पुथल को "शिवसेना का अंदरूनी झगड़ा" बताते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी पार्टी इस राजनीतिक संकट को दूर खड़े होकर देख भर रही है।
इंदौर: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायकों के विद्रोह के बाद मची उथल-पुथल को "शिवसेना का अंदरूनी झगड़ा" बताते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी पार्टी इस राजनीतिक संकट को दूर खड़े होकर देख भर रही है। महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार संकट से जूझ रही है क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में उसके कई विधायकों ने विद्रोह कर दिया है और वे वर्तमान में गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक संकट के पीछे हमारी कोई भूमिका नहीं है।
यह शिवसेना का अंदरूनी झगड़ा है। हम दूर खड़े होकर इसे सिर्फ देख रहे हैं। बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिकों के उग्र प्रदर्शनों पर भाजपा महासचिव ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में आतंक और भय फैलाते हुए वहां ‘‘पश्चिम बंगाल जैसे हालात'' बनाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कथित अराजकता का माहौल बनाने की ऐसी कोशिशों को महाराष्ट्र की जनता कतई पसंद नहीं करेगी। गौरतलब है कि विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के प्रमुख रणनीतिकारों में शामिल थे जहां उनकी पार्टी ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने में नाकाम रही थी।