Edited By Parveen Kumar,Updated: 17 Nov, 2025 12:40 AM

लाल किला क्षेत्र में हुए कार बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एक बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी ने एक कश्मीरी युवक को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर आत्मघाती हमलावर के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रचने में शामिल था। यह वही हमला है...
नेशनल डेस्क: लाल किला क्षेत्र में हुए कार बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एक बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी ने एक कश्मीरी युवक को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर आत्मघाती हमलावर के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रचने में शामिल था। यह वही हमला है जिसमें 10 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 32 से अधिक लोग घायल हुए थे।
आरोपी आमिर राशिद अली, जिसके नाम पर विस्फोट में शामिल कार पंजीकृत थी, को एनआईए ने दिल्ली से हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने के बाद एनआईए ने कई स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया, जिसके दौरान यह गिरफ्तारी संभव हो सकी।
जांच में सामने आया है कि जम्मू-कश्मीर के पंपोर के संबूरा इलाके का रहने वाला आमिर, आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी के साथ मिलकर इस हमले की योजना बनाने में शामिल था। आमिर दिल्ली इसी उद्देश्य से आया था- वह उस कार को खरीदने में मदद करने के लिए आया था जिसे बाद में वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के रूप में इस्तेमाल किया गया।
फोरेंसिक विश्लेषण के बाद एनआईए ने पुष्टि की है कि आईईडी से भरी कार का मृत चालक उमर उन नबी था, जो पुलवामा का निवासी और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर था।
एनआईए ने नबी का एक अन्य वाहन भी जब्त किया है, जिसके जरिए कई अहम सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है। अब तक एजेंसी 73 से अधिक गवाहों से पूछताछ कर चुकी है, जिनमें 10 नवंबर के धमाके में घायल लोग भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस, हरियाणा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद से एनआईए कई राज्यों में अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। एजेंसी का लक्ष्य इस आतंकवादी हमले के पीछे छिपी बड़ी साजिश का पर्दाफाश करना और मामले RC-21/2025/NIA/DLI में शामिल सभी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना है।