Edited By vasudha,Updated: 29 Jul, 2021 12:57 PM
हिमाचल प्रदेश और केन्द्र शासित क्षेत्रों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। आसामान से आई मौत ने अब तक 17 लोगों को अपना शिकार बना लिया है और कई लोग अभी भी जींदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इस आपदा ने मकानों और...
नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश और केन्द्र शासित क्षेत्रों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। आसामान से आई मौत ने अब तक 17 लोगों को अपना शिकार बना लिया है और कई लोग अभी भी जींदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इस आपदा ने मकानों और फसलों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य लापता हैं। किश्तवाड़ के दाचन और बाउजवा इलाके, दक्षिण कश्मीर के पवित्र अमरनाथ गुफा, उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और लद्दाख का कारगिल बादल फटने से प्रभावित हुआ और दर्जनों घर, कई पुल और लघु पनबिजली परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई। अधिकारियों ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने के कारण एक पुल के अलावा छोटी नदी के किनारे स्थित छह मकान और एक राशन की दुकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का संयुक्त राहत अभियान जारी है, और अबतक सात शव बरामद किए गए हैं जबकि 17 लोग अब भी लापता हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास भी बुधवार दोपहर को बादल फटने की घटना हुई जिससे लुढ़के चट्टानों से कुछ तंबुओं को नुकसान हुआ लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
इसी तरह की घटना उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अलूसा गांव में हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। उधमपुर और राजौरी जिले में भारी बारिश की वजह से दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए। लद्दाख में कारगिल के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई जिससे लघु पनबिजली परियोजना को नुकसान हुआ और करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि, इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यहां के सांगरा और खंग्राल में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना हुई।
कुल्लू जिले में पनबिजली परियोजना के एक अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक समेत चार लोग लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है। लाहौल-स्पीति के उदयपुर में मंगलवार की रात लगभग आठ बजे अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए। सात शव बरामद किए गए, दो को बचा लिया गया जबकि तीन अभी भी लापता हैं। मरने वालों में चार हिमाचल प्रदेश के मंडी के हैं जबकि एक जम्मू-कश्मीर के रियासी का है। दो शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। लाहौल-स्पीति में, कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई भूस्खलन के कारण लगभग 60 वाहन फंसे हुए हैं। भूस्खलन के कारण राज्य के कई हिस्सों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं