Edited By Mansa Devi,Updated: 11 Dec, 2025 12:59 PM

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि संसद के दोनों सदनों में वंदे मातरम् पर विस्तृत चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी "ब्रिगेड" के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, "लोकसभा और राज्यसभा में...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि संसद के दोनों सदनों में वंदे मातरम् पर विस्तृत चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी "ब्रिगेड" के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, "लोकसभा और राज्यसभा में वंदे मातरम् पर तीन दिन तक चर्चा हो चुकी है। कुछ भाषणों में राष्ट्रगान का भी जिक्र हुआ।" उन्होंने दावा किया कि यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री और उनकी पूरी "ब्रिगेड" ने राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रगान पर दो निश्चित और आधिकारिक किताबें नहीं पढ़ी हैं जो भारत के दो बेहतरीन इतिहासकारों ने लिखी हैं।
उन्होंने रुद्रांग्शु मुखर्जी की 'सॉन्ग ऑफ इंडिया: ए स्टडी ऑफ द नेशनल एंथम' और सब्यसाची भट्टाचार्य की 'वंदे मातरम् ' के कवर पेज के स्क्रीनशॉट साझा किए। रमेश ने कटाक्ष किया, "यह उम्मीद करना थोड़ा ज्यादा हो जाएगा कि पूरी तरह से आहत होने और अपने झूठ का पर्दाफाश होने के बाद भी वे ऐसा (किताबें पढ़ेंगे) करेंगे।" प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया था कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए गए।
मोदी ने यह भी कहा था, ‘‘कांग्रेस वंदे मातरम् के बंटवारे पर झुकी, इसलिए उसे एक दिन भारत के बंटवारे के लिए झुकना पड़ा।'' मोदी ने सदन में ‘‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर चर्चा'' की शुरुआत करते हुए 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल का हवाला दिया और कहा था कि जब राष्ट्रीय गीत के 100 वर्ष पूरे हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और संविधान का गला घोंट दिया गया था।