Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Aug, 2025 05:03 PM

बारिश के मौसम में जहां एक ओर वातावरण सुहावना हो जाता है, वहीं दूसरी ओर बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ जाता है। इस मौसम में गलत खानपान और गड़बड़ी वाली जीवनशैली पाचन तंत्र को बिगाड़ सकती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बना सकती है। ऐसे...
नेशनल डेस्क: बारिश के मौसम में जहां एक ओर वातावरण सुहावना हो जाता है, वहीं दूसरी ओर बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ जाता है। इस मौसम में गलत खानपान और गड़बड़ी वाली जीवनशैली पाचन तंत्र को बिगाड़ सकती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बना सकती है। ऐसे में न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स खासतौर पर कुछ मौसमी सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। ऐसे में तुरई (तोरई) एक ऐसी हरी सब्जी है, जो न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करती है बल्कि इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करती है।

बरसात में तुरई खाने के 5 बड़े फायदे
पाचन तंत्र के लिए रामबाण
हल्की और सुपाच्य होने के कारण तुरई बारिश के मौसम में पेट की समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और अपच में राहत देती है। इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ और स्वस्थ बनाए रखता है।
डायबिटीज कंट्रोल में सहायक
लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली तुरई ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है। शुगर मरीजों के लिए इसका सेवन विशेष रूप से लाभकारी है।
इम्यूनिटी को बनाए मजबूत
तुरई में भरपूर मात्रा में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो मानसून में होने वाले संक्रमण से बचाते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
लिवर को रखे साफ और एक्टिव
तुरई में मौजूद डिटॉक्सिफाइंग तत्व लिवर की सफाई में मदद करते हैं। NCBI में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, लिवर को हेल्दी बनाए रखने के लिए विटामिन A और D आवश्यक हैं और तुरई इन पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है।
वजन घटाने में मददगार
कम कैलोरी और हाई फाइबर से भरपूर तुरई वजन घटाने वालों के लिए बेस्ट ऑप्शन है। इसे सुबह के समय खाली पेट खाना लंबे समय तक भूख को दबाता है और ओवरईटिंग से रोकता है।