Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 22 Apr, 2025 04:07 PM
भारत में 14 अप्रैल से शादी-ब्याह का सीजन शुरू होते ही सोने की मांग में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। घरेलू बाजार में गोल्ड की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिसका सीधा असर इसकी कीमतों पर पड़ा है।
नेशनल डेस्क: भारत में 14 अप्रैल से शादी-ब्याह का सीजन शुरू होते ही सोने की मांग में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। घरेलू बाजार में गोल्ड की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, जिसका सीधा असर इसकी कीमतों पर पड़ा है। यही कारण है कि सोने ने एक लाख रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है और अब अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही इसकी कीमत ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। शादी-विवाह के मौसम ने बाजार में गोल्ड की चमक और भी बढ़ा दी है। बता दें 22 अप्रैल 2025 को सोना ₹1,01,350 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि महीने की शुरुआत में यह ₹91,115 पर था।
एक महीने में ₹10,000 की छलांग
इस महीने सिर्फ कुछ हफ्तों में ही सोने की कीमतों में ₹10,000 से ज्यादा का उछाल आया है। 1 अप्रैल को सोना ₹91,115 पर था और अब ₹1,01,350 पर पहुंच चुका है। यानी निवेशकों को इस छोटे से अंतराल में जबरदस्त रिटर्न मिला है।
अमेरिका-चीन तनाव का असर
कमोडिटी एक्सपर्ट्स के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ विवाद के चलते दुनियाभर के निवेशक गोल्ड को सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं। इसी कारण से गोल्ड की मांग में तेजी आई है और कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं।
गोल्डमैन सैक्स का नया अनुमान
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs ने अपने गोल्ड प्राइस प्रेडिक्शन को तीसरी बार अपडेट किया है। अब उन्होंने कहा है कि अगर टैरिफ वॉर बढ़ता है तो 2025 के अंत तक सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में $4,500 प्रति औंस तक जा सकती हैं। इस हिसाब से भारत में सोना ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। यहां तक कि अगर हालात सामान्य भी रहते हैं तो भी सोने की कीमतें $3,700 प्रति औंस तक जाने का अनुमान है।
गिरावट की उम्मीद कितनी सही?
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना था कि 2025 में सोना सस्ता हो सकता है, लेकिन अब तक ये सारे अनुमान गलत साबित हुए हैं। वैश्विक अस्थिरता, बढ़ती महंगाई और निवेशकों का भरोसा अभी भी गोल्ड में बरकरार है। इसलिए फिलहाल गिरावट की संभावना बेहद कम है।