Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 May, 2025 07:35 AM

रविवार देर रात अमेरिका और चीन के बीच हुई ट्रेड डील ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है। इस समझौते के असर से सोमवार सुबह सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 3267 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड...
नेशनल डेस्क: रविवार देर रात अमेरिका और चीन के बीच हुई ट्रेड डील ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है। इस समझौते के असर से सोमवार सुबह सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 3267 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है, जो करीब 2.5 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है।
हालांकि न्यूयॉर्क का बाजार अभी खुला नहीं है और यह सोमवार शाम को खुलेगा, लेकिन फिलहाल जो कीमतें सामने आ रही हैं, वे फ्यूचर ट्रेडिंग के आधार पर हैं। एशियाई बाजारों में सोने की कीमतों में गिरावट का ट्रेंड दिखने लगा है, खासकर जापान और चीन के बाजार खुलने के बाद यह साफ देखा जा रहा है। अब बारी है भारतीय बाजार की, जो कुछ ही देर में खुलने वाला है, और अनुमान है कि यहां भी कीमतों में गिरावट शुरू हो जाएगी।
कितना और गिरेगा सोना?
विश्लेषकों का कहना है कि अगर सोना 3270 डॉलर के नीचे टिकता है और बंद होता है, तो यह 2800 से 3000 डॉलर प्रति औंस के दायरे तक फिसल सकता है। इस स्थिति में भारत में सोने की कीमतें 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं।
क्यों आई यह गिरावट?
कुछ समय पहले तक सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही थी, जिसका मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच चल रहा टैरिफ युद्ध था। यह तनाव वैश्विक निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर खींच रहा था, जिसमें सोना सबसे अहम विकल्प था। लेकिन अब जब दोनों देशों के बीच ट्रेड टेंशन में नरमी आई है, तो निवेशकों ने जोखिम भरे एसेट्स की ओर रुख करना शुरू कर दिया है, जिससे सोने की मांग में कमी और कीमतों में गिरावट आई है।
निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
हालांकि कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकती है, लेकिन कई विशेषज्ञ इसे खरीदारी का बेहतर अवसर मान रहे हैं। उनका मानना है कि यदि सोना 2800-3000 डॉलर की रेंज में आता है, तो यह लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छा मौका साबित हो सकता है, क्योंकि भविष्य में कीमतों में दोबारा तेजी आने की संभावना बनी हुई है।
आज शाम पर टिकी निगाहें
अब सबकी निगाहें सोमवार शाम अमेरिका के कमोडिटी बाजार पर हैं। जब यह खुलेगा, तब यह स्पष्ट होगा कि सोने की कीमतों पर ट्रेड डील का अंतिम प्रभाव कैसा रहेगा।