Edited By ,Updated: 04 Jan, 2015 07:49 AM
कंपकपाती ठंड से बचने के लिए अंगीठी व रूम हीटर का प्रयोग आम बात है, पर ये दोनों उपाय मौत का कारण भी बन सकते हैं।
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): कंपकपाती ठंड से बचने के लिए अंगीठी व रूम हीटर का प्रयोग आम बात है, पर ये दोनों उपाय मौत का कारण भी बन सकते हैं। आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए बता दे कि दोनों ही परिस्थितियां शरीर पर हानिकारक व जानलेवा प्रभाव डालती है। बंद कमरे में जहां अंगीठी जलाना सीधे दिल की बीमारी को दावत देना है, वहीं रक्त में घुली कार्बन ब्लड में पहुंचकर आक्सीजन को मारने का काम करती है।
दिल तक जाने वाली नलिकाओं में आक्सीजन कम होने से हार्ट अटैक की स्थिति बन सकती है, वहीं रूम हीटर आपके स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। रूम हीटर को यदि सावधानी से इस्तेमाल में न लाया जाए तो यह मौत को दावत दे सक ते हैं। इससे भी हानिकारक कार्बनमोनोआक्साइड गैस निकलती है।
बंद कमरे में नहीं करना चाहिए रूम हीटर व अंगीठी का प्रयोग : दरअसल अंगीठी में इस्तेमाल किए जाने वाले कोयले या लकड़ी के जलने से कार्बन मोनोआक्साइड के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं जो जानलेवा साबित होती हैं। ये गैसें न केवल शरीर में आक्सीजन की मात्रा को कम कर देती हैं। बल्कि फेफड़ों में पहुंचकर उसे भी नुक्सान पहुंचाती हैं। इससे बल्ड में आक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। अंगीठी ही नहीं इस तरह का खतरा अलाव से भी हो सकता है। अक्सर देखने में आता है कि ठंड से बचने के लिए लोग अक्सर घर के सारे खिड़की-दरवाजे बंद कर लेते हैं। रूम हीटर या अंगीठी जला लेते हैं। यहीं से सभी परेशानियां जन्म लेना शुरू करती हैं। कार्बन डाईआक्साइड गैस शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है।
क्या है कार्बन मोनोआक्साइड
यह एक रंगहीन व गंधहीन गैस है जोकि कार्बन डाईआक्साइड से भी ज्यादा खतरनाक है। हवा के साथ शरीर में पहुंचने पर यह गैस जहरीली हो जाती है। यह आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकती है। देर तक इसके संपर्क में रहने से दम घुटने से मौत हो सकती है। कार्बन मोनोआक्साइड शरीर को आक्सीजन पहुंचाने वाले रैड ब्लड सैल्स पर असर डालती है जिससे शरीर का पूरा आक्सीजन ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रभावित हो जाता है। आक्सीजन न मिलने की वजह से शरीर के सैल्स मरने लगते हैं।
रूम हीटर व अंगीठी से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाव : अगर आप लक्षण को सही वक्त पर भांप कर इसके रोकथाम के लिए जरूरी पग उठा लेते हैं तो इससे बचा जा सकता है। बंद कमरे में अंगीठी या रूम हीटर का प्रयोग कभी न करें, घर की खिड़कियों या दरवाजे को खोल कर रूम हीटर चलाएं जो रूम हीटर के लिए कमरे में सही वैंटीलेशन का इंतजाम करे।
क्या कहते हैं डाक्टर
पंजाब मैडीकल कौंसिल के सदस्य डा. आर.सी. गर्ग से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि रूम हीटर व ब्लोअर का प्रयोग स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद घातक साबित हो सकता है। सर्दी से बचने के लिए इनका प्रयोग स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। कमरा बंद कर रोज अंगीठी या हीटर जलाने से सीने में दर्द के लक्ष्ण दिखते हैं जो खतरनाक होता है। इसका उपाय यही है कि कमरे में अंगीठी बिल्कुल न जलाएं तथा यदि हीटर व ब्लोयर चला रहे हों तो लगातार नहीं चलाएं अथवा थोड़ी-थोड़ी देर के लिए कमरा खोल दें। यदि सीने में दर्द, मितली, सिरदर्द या सांस लेने में परेशानी होती है तो तुरंत चिकित्सक की राय लेनी चाहिए।