Edited By Auto Desk,Updated: 23 Apr, 2022 01:19 PM

45डिग्री तक पहुंचा राजस्थान का पारा, पानी की कमी के कारण लोग खोद रहें तालाब
राजस्थान: पश्चिमी राजस्थान का बाड़मेर जिला दो कारणों से विख्यात हैं एक यहां मिलने वाले अथाह तेल गैस भंडार से और दूसरा गर्मियों में 4 माह तक 50 डिग्री के तापमान के कारण। वर्तमान में बाड़मेर में पारा 45 डिग्री के आसपास हैं और इस मरुस्थल के ग्रामीण क्षेत्र में यह तापमान और ज्यादा हैं। इस बार के रेगिस्तान में रेत के टीलों के बीच कोई कुछ घंटे बिना पानी के नहीं रह सकता।
पंजाब केसरी की टीम ने तामलियार गांव जो पाकिस्तान सरहद से सटा गांव हैं वहां पहुंच कर मनरेगा की साइट का जायजा लिया। यहां पानी की बड़ी मुसीबत हैं। सरकारी जलापूर्ति नगण्य हैं। लेकिन गांव के लिए भविष्य में पानी संरक्षण हो इसके लिए रोजेदार होने के बावजूद सैकड़ों लोग तालाब खोदने का जतन कर रहे हैं।
पाकिस्तान सरहद से जुड़े इलाकों में मनरेगा में काम करने वाले ज्यादातर लोग रोजेदार हैं। सुबह 9बजे से दोपहर तक कड़ी धूप में रोजेदार मजदूर मनरेगा में पसीना बहाते नज़र आते हैं। इस एवज में उन्हें 220 रुपए प्रतिदिन मेहनताना मिलता हैं। रोजा रखने वाले पानी और खाना छोड़िए मुंह का थूक भी निगल नहीं सकते। बावजूद इसके कड़ी धूप में अच्छी ईद हो जाए इसके लिए वो जी-तोड़ मेहनत करते हैं।