Edited By PTI News Agency,Updated: 29 Jul, 2021 08:54 PM

नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने व्यापम के जरिए आयोजित मध्य प्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट (एमपीपीएमटी) 2012 में कथित धांधली के लिए 73 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है।
नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने व्यापम के जरिए आयोजित मध्य प्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट (एमपीपीएमटी) 2012 में कथित धांधली के लिए 73 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है।
सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘इस मामले में आरोप लगाया गया था कि आरोपी व्यक्तियों ने असली उम्मीदवारों की जगह दूसरे छात्रों को बिठाकर एमपीपीएमटी-2012 में धोखाधड़ी की। एमपीपीएमटी-2012 में इन उम्मीदवारों को पास करने के लिए उक्त व्यक्तियों द्वारा आरोपी उम्मीदवारों के डिजिटल डेटा और ओएमआर उत्तर पुस्तिकाओं में हेरफेरभी किया गया।’’
एजेंसी ने इस सिलसिले में 31 जुलाई 2015 को 587 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने 23 नवंबर, 2017 को भोपाल में एक विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष 592 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया।
सीबीआई प्रवक्ता जोशी ने कहा, ‘‘जांच के दौरान सीबीआई ने फर्जीवाड़ा करने वालों की पहचान की। पूरक आरोपपत्र में 54 आरोपियों के खिलाफ डिजिटल डाटा और ओएमआर उत्तर पुस्तिका से हेरफेर करने और 19 आरोपियों के खिलाफ असली उम्मीदवारों के नाम पर बैठने का आरोप है।’’ उन्होंने कहा कि यह आरोप लगाया गया कि 19 आरोपी उम्मीदवारों ने परीक्षा के दौरान अपनी संबंधित ओएमआर उत्तर पुस्तिकाओं पर 120 से 130 प्रश्नों के ओवल (ओएमआर शीट मार्किंग) को जानबूझकर खाली छोड़ दिया था।
जोशी ने कहा कि मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा बोर्ड यानी व्यापम के आरोपी अधिकारियों द्वारा ओएमआर शीट के डिजिटल डेटा में हेरफेर किया गया था, जिन्होंने बाद में इन उम्मीदवारों को अवैध रूप से पास करने के लिए सही उत्तरों को काला कर दिया।
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