Edited By Shubham Anand,Updated: 20 Dec, 2025 04:35 PM

भारतीय रेलवे में बुज़ुर्ग यात्रियों की सुविधा के लिए एक ही कोच में सीट सुनिश्चित करने के कई आसान तरीके हैं। ट्रेन चार्ट बनने के बाद टीटीई की मदद से सीट बदली जा सकती है। हेल्पलाइन 139 और ऑनलाइन शिकायत के जरिए भी समस्या का समाधान संभव है। टिकट बुक...
नेशनल डेस्क : देश में रोजाना करोड़ों लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे हजारों ट्रेनें चलाती है, जिससे लंबी दूरी की यात्रा आरामदायक और सुरक्षित बनती है। हालांकि, कभी-कभी बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए एक साथ टिकट बुक करने पर सीटें अलग-अलग कोच में कंफर्म हो जाती हैं, जिससे यात्रा में परेशानी बढ़ सकती है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, कुछ आसान उपायों से यह समस्या सुलझाई जा सकती है।
चार्ट बनने के बाद सीट स्थिति स्पष्ट होती है
सबसे सरल तरीका है कि ट्रेन के चलने से पहले चार्ट बनने का इंतजार करें। चार्ट तैयार होने के बाद सीट और कोच की स्थिति स्पष्ट हो जाती है। कई बार चार्ट बनने के बाद भी बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए एक ही कोच में सीट खाली होती है, जिसे टीटीई (ट्रेन टिकट एंकर) की मदद से बदला जा सकता है।
टीटीई से मिलकर समस्या का समाधान
यात्रा के दिन ट्रेन में चढ़ते ही टीटीई से मिलें और पूरी स्थिति स्पष्ट करें। बुज़ुर्ग यात्रियों के मामले में टीटीई अक्सर सहयोग करते हैं। अगर उसी कोच या पास वाले कोच में सीट खाली होगी, तो सीट एक्सचेंज होने के मौके बढ़ जाते हैं। यदि खाली सीट नहीं होती, तो टीटीई अन्य यात्रियों से सहमति लेकर भी सीट बदलवा सकते हैं। अधिकतर लोग बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए मदद करने को तैयार रहते हैं।
हेल्पलाइन और ऑनलाइन शिकायत का विकल्प
यात्रा से पहले रेलवे हेल्पलाइन 139 पर कॉल करके समस्या बताई जा सकती है। इससे आपकी रिक्वेस्ट सिस्टम में दर्ज हो जाती है और टीटीई को पहले से जानकारी मिल जाती है। टिकट ऑनलाइन बुक की गई है, तो रेलवे की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
टिकट बुकिंग में सावधानी
कुछ मामलों में चार्ट बनने से पहले ही सीट एडजस्ट कर दी जाती है। भीड़ कम होने पर यह प्रक्रिया और आसान हो जाती है। इसके लिए टिकट बुक करते समय सीनियर सिटिजन कोटे और लोअर बर्थ का ऑप्शन जरूर चुनें। इससे एक ही कोच में सीट मिलने के मौके बढ़ जाते हैं और बुज़ुर्ग यात्रियों की यात्रा आरामदायक हो जाती है।