Edited By Shubham Anand,Updated: 20 Dec, 2025 05:52 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी में असम और पूर्वोत्तर के विकास पर जोर देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दशकों तक क्षेत्र की उपेक्षा करती रही। मोदी ने पिछले 11 वर्षों में डिजिटल कनेक्टिविटी, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और...
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (19 दिसंबर, 2025) को असम के गुवाहाटी में आयोजित एक सभा में पूर्वोत्तर और असम के विकास पर जोर देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों के लिए असम और पूरे पूर्वोत्तर का विकास कभी उनके एजेंडे में नहीं था और उन्होंने दशकों तक क्षेत्र की उपेक्षा की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के समय असम को ईस्ट पाकिस्तान का हिस्सा बनाने की साजिश की जा रही थी।
कांग्रेस सरकारों पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस सरकारों में बैठे लोग कहते थे कि असम और पूर्वोत्तर में जाता ही कौन है? उनकी सोच थी कि असम और पूर्वोत्तर को आधुनिक एयरपोर्ट, बेहतर रेलवे और हाईवे की क्या जरूरत है। इसी सोच की वजह से कांग्रेस ने दशकों तक इस पूरे क्षेत्र की उपेक्षा की।”
असम का विकास मेरी जिम्मेदारी – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कांग्रेस 6-7 दशकों तक गलतियां करती रही, मोदी एक-एक करके उन गलतियों को सुधार रहा है। मेरे लिए असम का विकास सिर्फ जरूरत नहीं, जिम्मेदारी भी है और इसकी जवाबदेही भी है। पिछले 11 सालों में असम और पूर्वोत्तर के लिए लाखों-करोड़ों की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। असम भारतीय न्याय संहिता (BNS) लागू करने में नंबर एक राज्य बन गया है। कांग्रेस के समय असम में बिना पर्ची और बिना खर्ची के सरकारी नौकरी पाना असंभव था, लेकिन आज हजारों युवाओं को बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरी मिल रही है।”
हिंसाग्रस्त जिले अब विकसित
प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस सरकारों के दौरान हिंसा का दौर लगातार बढ़ता रहा, लेकिन अब हम महज 10 दिनों के भीतर इसे समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पूर्वोत्तर के उन इलाकों में जहां कभी हिंसा और खून-खराबा देखा जाता था, आज 4G और 5G तकनीक के जरिए डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंच रही है। जो जिले कभी हिंसाग्रस्त माने जाते थे, आज वे आकांक्षी जिले के रूप में विकसित हो रहे हैं। आने वाले समय में यही इलाके इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में भी उभरेंगे। नॉर्थ ईस्ट में एक नया आत्मविश्वास पैदा हुआ है और इसे और मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है।”