Edited By ,Updated: 02 Oct, 2016 12:49 PM
कल से शारदीय नवरात्र पर्व शुरू हो गया है। नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना कर दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाती है और भक्त पूरे नौ दिन
कल से शारदीय नवरात्र पर्व शुरू हो गया है। नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना कर दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाती है और भक्त पूरे नौ दिन व्रत रखकर दुर्गा पूजन करते हैं। संपूर्ण नवरात्र अखंड दीप जलाकर मां की स्तुति की जाती है और उपवास रखा जाता है। नवरात्र के अंतिम दिन कन्याओं को भोजन कराकर यथेष्ट दक्षिणा देकर व्रत की समाप्ति की जाती है।
नवरात्र का महत्व: नवरात्र के नौ दिनों को तीन भागों में बांटा गया है। पहले तीन दिनों में तमस को जीतने की साधना, अगले तीन दिन रजस और आखिरी तीन दिन सत्व को जीतने की साधना माने गए हैं।
नवरात्र पर्व का आध्यात्मिक, धार्मिक और सामाजिक महत्व है। अध्यात्म के रूप में नवरात्र पर्व की विशेष मान्यता है। माना जाता है कि नवरात्र में किए गए प्रयास, शुभ संकल्प बल के सहारे देवी दुर्गा की कृपा से सफल होते हैं। इस पर्व के आते-आते वर्षा ऋतु क्षीण हो जाती है। धीरे-धीरे शीत ऋतु का आभास होने लगता है। इस तरह यह पर्व ऋतु परिवर्तन को भी दर्शाता है।
नवरात्र तथा प्राकृतिक खाद्य प्रदार्थ: मार्कंडेय पुराण के अनुसार देवी महात्म्य में दुर्गा ने स्वयं को शाकंभरी अर्थात साग-सब्जियों से विश्व का पालन करने वाली बताया है। देवी का एक और नाम कूष्मांडा भी है। इससे स्पष्ट है कि मां दुर्गा का संबंध वनस्पतियों से भी प्रतीकात्मक रूप से जुड़ा है। दुर्गा पूजा का मूल महत्व मातृशक्ति की पूजा है। शक्ति में सृजन की जो क्षमता होती है, उसी की हम पूजा करते हैं। शक्ति का सही रूप सृजन धर्मा है। प्रकृति अपने नारी रूप में जगत को धारण करती है, उसका पालन करती है और शक्ति रूप में संतुलन बिगड़ने पर विध्वंसकारी शक्तियों का विनाश कर सार्थक शक्ति का संचार करती है।
पढ़े, नव दुर्गा नवरात्रि के विशेष दिन:-
1. नवरात्रि के पहले दिन : शैलपुत्री
2. नवरात्रि के दूसरे दिन: ब्रहचारिणी
3. नवरात्रि के तीसरे दिन: चंद्रघंटा
4. नवरात्रि के चौथे दिन: कुष्मांडा
5. नवरात्रि के पांचवें दिन: स्कन्दमाता
6. नवरात्रि के छठे दिन : कात्यायनी
7. नवरात्रि के सातवें दिन दिवस: कालरात्री
8. नवरात्रि के आठवें दिन: महागौरी
9. नवरात्रि के नौवें दिन: सिद्धिदात्री
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com