Edited By ,Updated: 08 Apr, 2015 12:17 PM
सनातन संस्कृति के अनुसार सभी महीनों का अपना-अपना महत्व है। हिंदू महीने के हिसाब से द्वितिय माह वैशाख माह कहलाता है। सृष्टि रचियता ब्रह्मा जी ने वैशाख माह को सभी माहों में सर्वोत्तम माह कहा है।
सनातन संस्कृति के अनुसार सभी महीनों का अपना-अपना महत्व है। हिंदू महीने के हिसाब से द्वितिय माह वैशाख माह कहलाता है। सृष्टि रचियता ब्रह्मा जी ने वैशाख माह को सभी माहों में सर्वोत्तम माह कहा है। श्री हरि की कृपा पाने का इससे श्रेष्ठ अन्य कोई माह नहीं है। पुराणों में वैशाख माह का महत्व बताते हुए कहा गया है की -
न माधवसमो मासों न कृतेन युगं समम्।
न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।।
(स्कंदपुराण, वै. वै. मा. 2/1)
वैशाख जैसा कोई माह नहीं है, सत्ययुग जैसा कोई युग नहीं है, वेदों जैसे कोई शास्त्र नहीं है और गंगा जी जैसा कोई तीर्थ नहीं है।
वैशाख मास में कुछ ऐसे सरल से काम हैं जिनको करने से आप विष्णु लोक में स्थान पा सकते हैं। यदि कुछ कार्य़ करने में आप असमर्थ हों तो दूसरों को सलाह देने मात्र से अथवा उन्हें उन कामों को प्रेरित करने के लिए भी विष्णु लोक में स्थान तो पाया ही जा सकता है साथ ही ब्रह्मा जी और शिव जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
* सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें।
* अपनी क्षमता अनुसार जल दान करें।
* थके हुए पथिकों की सहायता करें।