Edited By ,Updated: 25 Jun, 2015 12:30 PM
लक्ष्मी दो शब्दों के जोड़ से बना है 'लक्ष्य' और 'मी' जिसका अर्थ है, लक्ष्य तक ले जाने वाली लक्ष्मी। इनके आशीर्वाद के बिना कोई भी अपने लक्ष्य को नहीं पा सकता।
लक्ष्मी दो शब्दों के जोड़ से बना है 'लक्ष्य' और 'मी' जिसका अर्थ है, लक्ष्य तक ले जाने वाली लक्ष्मी। इनके आशीर्वाद के बिना कोई भी अपने लक्ष्य को नहीं पा सकता। किसी भी व्यक्ति की आर्थिक हालत तभी मजबूत हो सकती है जब उसका व्यवसाय सुचारू रूप से चलेगा। दुकान खोलने के बाद सफाई करके लक्ष्मी जी के चित्र के सामने
ॐ लक्ष्मीभ्यो नम:’
मंत्र का 108 बार जप करने के उपरांत दुकानदारी करें। लक्ष्मी की वृद्धि अवश्य होती है :
ॐ श्री शुकले महाशुकले निवासे। श्री महालक्ष्मी नमो नम:।
इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। इससे मां की असीम कृपा प्राप्त होती है और हर प्रकार के आर्थिक संकट दूर होते हैं।
—तांत्रिक बहल