Edited By ,Updated: 10 Jan, 2024 05:39 AM
हालांकि पुलिस विभाग के कर्मचारियों पर देशवासियों की सुरक्षा का जिम्मा होने के नाते उनसे अनुशासित और कत्र्तव्य परायण होने की अपेक्षा की जाती है परन्तु आज देश में अनेक पुलिस कर्मचारी और अधिकारी अपने आदर्शों से भटक कर रिश्वतखोरी आदि में संलिप्त पाए जा...
हालांकि पुलिस विभाग के कर्मचारियों पर देशवासियों की सुरक्षा का जिम्मा होने के नाते उनसे अनुशासित और कत्र्तव्य परायण होने की अपेक्षा की जाती है परन्तु आज देश में अनेक पुलिस कर्मचारी और अधिकारी अपने आदर्शों से भटक कर रिश्वतखोरी आदि में संलिप्त पाए जा रहे हैं। देश के अन्य हिस्सों की बात तो छोडि़ए, हालत यह है कि राजधानी दिल्ली में आपराधिक मामलों के आरोपियों को गिरफ्तार न करने के बदले पुलिस अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
हाल ही में एक आपराधिक मामले में आरोपी को गिरफ्तार न करने के बदले रिश्वत लेने के आरोप में दिल्ली पुलिस के एक कर्मचारी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। एक सप्ताह के भीतर इस मामले में फंसने वाला वह तीसरा पुलिस कर्मचारी था। इससे पहले :
* नरेला में एक 23 वर्षीय अकाऊंटैंट ने पी.सी.आर. को फोन करके आरोप लगाया कि एक पुलिस कर्मी कथित गबन के मामले में उसे राहत देने के लिए उससे 10 लाख रुपए की मांग कर रहा है।
* सागरपुर पुलिस थाने के एक सब-इंस्पैक्टर को एक आरोपी तथा उसके रिश्तेदारों को गिरफ्तार न करने के बदले में एक लाख रुपए रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि राजधानी दिल्ली में वर्ष भर में इस तरह के मामलों की संख्या लगभग 1 दर्जन हो चुकी है। जब देश की राजधानी का यह हाल है तो देश के अन्य हिस्सों में क्या स्थिति होगी, इसका निम्र घटनाओं से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है :
* 5 नवम्बर, 2023 को कनखल (उत्तराखंड) थाने में तैनात एक सिपाही को देहरादून से आई विजीलैंस टीम ने 5000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
* 7 नवम्बर, 2023 को रामपुर (उत्तर प्रदेश) में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने एक केस की जांच कर रहे दारोगा को शिकायतकत्र्ता से 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
* 19 नवम्बर, 2023 को जयपुर (राजस्थान) में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने नगर निगम ग्रेटर के पार्षद, थानेदार और एक पुलिस कांस्टेबल को शिकायतकत्र्ता के मकान का निर्माण कार्य बिना रोक-टोक चलने देने के आरोप में 80,000 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
* 29 दिसम्बर, 2023 को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में भ्रष्टïाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक सिपाही को शिकायतकत्र्ता से एक केस में समझौता करवाने के बदले 5000 रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 3 जनवरी, 2024 को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने उदयपुर (राजस्थान) के पुलिस थाना पहाड़ा के हैड कांस्टेबल कमल सिंह को शिकायतकत्र्ता को किसी केस में फंसाने से बचाने के बदले में 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
* 3 जनवरी, 2024 को ही टोंक (राजस्थान) में जिले के अलीगढ़ थाने में तैनात ए.एस.आई. को 2000 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
* 6 जनवरी, 2024 को एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) में प्राकसम जिला के दारसी पुलिस स्टेशन में तैनात सब-इंस्पैक्टर डी. रामाकृष्णा को एक शिकायत पर 10,000 रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 6 जनवरी, 2024 को ही वारंगल (तेलंगाना) के हनमकोंडा में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों से रिश्वत मांगने के आरोप में पुलिस कमिश्नर अम्बर किशोर झा ने ए.एस.आई. डेविड को निलंबित कर दिया।
उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि पुलिस के चंद अधिकारी और कर्मचारी आज अपने कत्र्तव्यों से किस कदर भटक चुके हैं। अत: ऐसे कत्र्तव्य विमुख अधिकारियों के विरुद्ध तेजी से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।—विजय कुमार