Edited By ,Updated: 11 Jun, 2023 04:22 AM
इन दिनों महाराष्ट्र के कोल्हापुर और बीड़ आदि शहरों में कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया स्टेटस के रूप में मुगल शासक औरंगजेब और मैसूर के टीपू सुल्तान का फोटो और आपत्तिजनक ऑडियो संदेश लगाने के कारण तनाव व्याप्त है।
इन दिनों महाराष्ट्र के कोल्हापुर और बीड़ आदि शहरों में कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया स्टेटस के रूप में मुगल शासक औरंगजेब और मैसूर के टीपू सुल्तान का फोटो और आपत्तिजनक ऑडियो संदेश लगाने के कारण तनाव व्याप्त है। कुछ हिंदू संगठनों द्वारा इसके विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर 7 जून को किए गए कोल्हापुर बंद के दौरान उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी और दुकानों व रेहडिय़ों में तोडफ़ोड़ के परिणामस्वरूप स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े।
अगले दिन 8 जून को भले ही तनावपूर्ण शांति रही, परंतु 9 जून को एक बार फिर इसी मुद्दे को लेकर बीड़ जिले के आष्टी शहर में हिंदू संगठनों द्वारा इसके विरुद्ध ‘बंद’ का आह्वान करने पर तनाव पैदा हो गया। अभी यह विवाद चल ही रहा था कि 9 जून रात को महाराष्ट्र के जलगांव में दीवार पर पेशाब करने को लेकर 2 समुदाय आपस में भिड़ गए और मारामारी तथा पत्थरबाजी शुरू हो गई तथा बीच-बचाव करने आई पुलिस पर भी उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया और एक मंदिर तथा दुकानों में भी तोडफ़ोड़ की जिससे 4 पुलिस कर्मी घायल हो गए और भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
दूसरी ओर पूर्वोत्तर का राज्य मणिपुर 3 मई को पर्वतीय जिलों में अनुसूचित जनजाति (एस.टी.) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में निकाले गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के बाद से हिंसा की चपेट में है। इस दौरान वहां हुई हिंसा में अब तक 105 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 35,000 से अधिक लोग अपने घर-बार छोड़ कर दूसरे स्थानों को जा चुके हैं तथा 2 भाजपा विधायकों के घरों पर हमले भी हो चुके हैं।
गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे के दौरान पीड़ितों को दी गई राहतों और राज्य के लिए 101.75 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा के बाद भी हिंसा थमी नहीं है। इस बीच सी.बी.आई. ने राज्य में हिंसा से जुड़े 6 मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) के अलावा एक शांति समिति का गठन भी कर दिया है। देश के 2 महत्वपूर्ण राज्यों में हिंसा का लगातार जारी रहना चिंताजनक संकेत है क्योंकि इस तरह की बातों से समाज में तनाव और दुर्भावना पैदा हो रही है, जिसके दूसरे राज्यों में भी फैलने का खतरा है। -विजय कुमार