Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 12:11 PM
इस बार के आम बजट में देश भर के 1,000 ग्रामीण क्षेत्रोंं में हाट और ऑर्गेनिक हब बनाए जाने की घोषणा हो सकती है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के हरिहरपुर हाट की तर्ज पर ये बाजार ग्रामीणों को अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं को बेचने में सक्षम बनाएंगे और इससे...
नई दिल्लीः इस बार के आम बजट में देश भर के 1,000 ग्रामीण क्षेत्रोंं में हाट और ऑर्गेनिक हब बनाए जाने की घोषणा हो सकती है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के हरिहरपुर हाट की तर्ज पर ये बाजार ग्रामीणों को अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं को बेचने में सक्षम बनाएंगे और इससे बिचौलिये दूर होंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस व्यवस्था से किसानों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत मिलेगी।
हरिहर हाट को प्रायोगिक परियोजना के रूप में 2017 में शुरू किया गया था, जो कृषि विपणन अनोखा बाजार है। यह चार किसान-उत्पादक कंपनियों, पांच सहकारी, 13 महिला स्वयं सहायता समूह का संयुक्त उपक्रम है। इससे किसानों को जोखिम रहित बाजार मिला है। किसान एकसाथ कृषि उत्पादकों से उनकी उपज खरीदते हैं और उन्हें मौजूदा बाजार मूल्य से कम दाम पर सीधे ग्राहकों को बेचते हैं।
ज्यादातर किसान महिलाएं हैं, जो ग्रामीण विकास मंत्रालय की महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूह के माध्यम से काम करती हैं। राज्य और जिला प्रशासन उन्हें अपने उत्पाद बेचने के लिए जगह मुहैया करवाते हैं। हरिहर हाट में मासिक बिक्री दो लाख रुपए की है और मुनाफा करीब 50 हजार रुपए का होता है। इस हाट में रोजाना 250 ग्राहक आते हैं और प्रतिदिन करीब 1.5 टन कृषि जिंसों की बिक्री होती है।