Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Jul, 2025 04:28 PM

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी ग्लोबल ट्रेडिंग फर्म Jane Street के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसके भारतीय बाजार में कारोबार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। सेबी ने Jane Street पर शेयर बाजार में हेराफेरी और अवैध मुनाफा...
बिजनेस डेस्कः भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अमेरिकी ग्लोबल ट्रेडिंग फर्म Jane Street के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसके भारतीय बाजार में कारोबार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। सेबी ने Jane Street पर शेयर बाजार में हेराफेरी और अवैध मुनाफा कमाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
कंपनी की प्रतिक्रिया
सेबी के इस अंतरिम आदेश के बाद Jane Street ने शुक्रवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि वह इस फैसले से सहमत नहीं है। कंपनी का कहना है कि वह जिस भी देश में कारोबार करती है, वहां के सभी नियमों और विनियमों का पूरी तरह से पालन करती है।
क्या हैं आरोप?
साल 2000 में स्थापित Jane Street एक प्रमुख वैश्विक ट्रेडिंग फर्म है, जिसका कारोबार अमेरिका, यूरोप और एशिया सहित दुनिया के कई हिस्सों में फैला हुआ है।
सेबी की जांच के अनुसार, Jane Street ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच भारतीय शेयर बाजार, विशेष रूप से बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग के जरिए करीब ₹36,500 करोड़ का मुनाफा कमाया। सेबी का आरोप है कि कंपनी ने इस अवधि में कई जटिल रणनीतियों के जरिए बाजार में हेरफेर की और अनैतिक लाभ अर्जित किया।
भारत में Jane Street की मौजूदगी
भारत में Jane Street चार संस्थाओं के माध्यम से कारोबार करती है:
- JS Investment Private Ltd
- JSI2 Investment Private Ltd
- Jane Street Singapore Private Ltd
- Jane Street Asia Trading Ltd
इन फर्मों के माध्यम से कंपनी भारत में सक्रिय रही है और इनसे लगभग 2,600 से अधिक कर्मचारी जुड़े हुए हैं।
आगे क्या?
सेबी का यह प्रतिबंध अंतरिम है और आने वाले समय में इस मामले में अंतिम आदेश पारित किया जाएगा। Jane Street के बयान और सेबी के आरोपों के बीच यह मामला भारतीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण बन सकता है, खासकर विदेशी संस्थागत निवेशकों की निगरानी और पारदर्शिता के दृष्टिकोण से।