Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 May, 2024 02:47 PM
परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक व्यापार मेलों में भागीदारी और पोलैंड, मैक्सिको तथा ब्राजील जैसे नए देशों में मांग का दोहन करने जैसे कदमों से भारत से परिधान निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। ये उपाय उस विस्तृत रणनीति...
नई दिल्लीः परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक व्यापार मेलों में भागीदारी और पोलैंड, मैक्सिको तथा ब्राजील जैसे नए देशों में मांग का दोहन करने जैसे कदमों से भारत से परिधान निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। ये उपाय उस विस्तृत रणनीति का हिस्सा हैं जिस पर परिषद निर्यात को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) ने 2030 तक निर्यात को 40 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
एईपीसी के चेयरमैन सुधीर सेखरी ने कहा, ‘‘हम चालू वित्त वर्ष में सभी महाद्वीपों में 17 अंतरराष्ट्रीय मेलों में हिस्सा लेने की योजना बना रहे हैं। इस वर्ष हम जिन नए गंतव्यों को लक्ष्य कर रहे हैं, उनमें अमेरिका, ब्रिटेन तथा यूरोपीय संघ जैसे पारंपरिक बड़े देशों के अलावा सऊदी अरब, पोलैंड, मैक्सिको, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और रूस शामिल हैं।'' उन्होंने कहा कि फरवरी 2024 में ‘भारत टेक्स' (केंद्र सरकार और परिधान उद्योग के बीच एक अनूठा सहयोग) के पहले संस्करण की सफलता के बाद अगले साल की शुरुआत में दूसरे संस्करण के जरिए दुनिया भर के खरीदारों तक पहुंच बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
एईपीसी ने तीन मई को यहां एनसीआर स्थित प्रमुख खरीद एजेंसियों, विदेशी खुदरा विक्रेताओं के संपर्क कार्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ एक गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया। कपड़ा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, अतिरिक्त सचिव रोहित कंसल और व्यापार सलाहकार शुभ्रा ने अपने इसमें विचार साझा किए। बैठक में 2030 तक 40 अरब अमरीकी डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ब्रांडों और खरीद घरानों के साथ अधिक से अधिक जुड़ाव की आवश्यकता पर जोर दिया गया। साथ ही सेखरी ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के लाभ अब दिखाई देने लगे हैं। अप्रैल-फरवरी 2023-24 के दौरान मॉरीशस में तैयार (रेडीमेड) परिधान निर्यात में 16.8 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया में 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।