Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Oct, 2025 03:58 PM

एसबीआई कार्ड ने अपने चार्ज स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव किया है, जो 1 नवंबर 2025 से लागू होगा। नए नियमों के मुताबिक, अब एजुकेशन पेमेंट्स और डिजिटल वॉलेट लोड पर अतिरिक्त फीस देनी होगी।
बिजनेस डेस्कः एसबीआई कार्ड ने अपने चार्ज स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव किया है, जो 1 नवंबर 2025 से लागू होगा। नए नियमों के मुताबिक, अब एजुकेशन पेमेंट्स और डिजिटल वॉलेट लोड पर अतिरिक्त फीस देनी होगी।
एजुकेशन पेमेंट्स पर नया चार्ज
अगर ग्राहक किसी थर्ड-पार्टी ऐप या पेमेंट एग्रीगेटर के जरिए स्कूल, कॉलेज या अन्य एजुकेशनल संस्थान की फीस भरते हैं, तो अब 1% ट्रांजेक्शन फीस देनी होगी। हालांकि, डायरेक्ट इंस्टीट्यूशन की वेबसाइट या कैंपस पर मौजूद POS मशीन से भुगतान करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
वॉलेट लोड ट्रांजेक्शन पर 1% फीस
1 नवंबर से, ₹1000 से अधिक राशि वॉलेट में ऐड करने पर 1% फीस देनी होगी। उदाहरण के तौर पर, अगर आप ₹2000 का बैलेंस लोड करते हैं तो ₹20 फीस कट जाएगी।
अन्य चार्जेस
- कैश पेमेंट फीस: ₹250
- पेमेंट डिसऑनर फीस: भुगतान राशि का 2% (न्यूनतम ₹500)
- चेक पेमेंट फीस: ₹200
- कैश एडवांस फीस: 2.5% या न्यूनतम ₹500 (एसबीआई या अन्य ATM दोनों पर लागू)
- कार्ड रिप्लेसमेंट फीस: ₹100–₹250 (AURUM कार्ड के लिए ₹1500)
- लेट पेमेंट चार्जेस: स्लैब के अनुसार ₹400 से ₹1300 तक
ग्राहकों के लिए सलाह
यदि आप SBI कार्ड यूजर हैं, तो इन नए चार्जेस को ध्यान में रखते हुए अपने पेमेंट मोड्स का चुनाव करें। डायरेक्ट इंस्टीट्यूशन पेमेंट्स और लिमिटेड वॉलेट लोड से अतिरिक्त खर्च से बचा जा सकता है।