Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Nov, 2020 04:16 PM

नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश डिजिटल भुगतान जैसे क्षेत्रों में व्यापक बदलाव देख रहा है और आने वाले समय में प्रौद्योगिकी ग्रामीण भारत के विकास को गति दे सकती है। स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज लि.
नई दिल्लीः नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश डिजिटल भुगतान जैसे क्षेत्रों में व्यापक बदलाव देख रहा है और आने वाले समय में प्रौद्योगिकी ग्रामीण भारत के विकास को गति दे सकती है। स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज लि. (एसटीएल) के ‘ऑनलाइन' कार्यक्रम को संबेधित करते हुए कांत ने कहा कि कोविड-19 महामारी से पहले देश वेंटिलेटर (जीवन रक्षक उपकरण) और पीपीई किट का विनिर्माण नहीं करता था लेकिन अब इनका न केवल उत्पादन बल्कि निर्यात भी हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब लोगों का जीवन बदलता है, देश में भी बदलाव आता है। भारत भुगतान, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में डिजिटल मामले में व्यापक बदलाव देख रहा है। आने वाले समय में प्रौद्योगिकी देश खासकर ग्रामीण भारत के विकास को गति दे सकती है।'' एसटीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आनंद अग्रवाल ने कहा कि गांवों को शहरी सेवाओं से जोड़ने और लोगों को इंटरनेट कनेक्टिविटी का उपयोग सार्थक तरीके से करने को लेकर शिक्षित करने के लिये कंपनी ने परियोजना ‘एसटीएल गर्व' की शुरूआत की है।
उन्होंने कहा कि पायलट आधार पर हमने महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के गांवों में 54,000 से अधिक लोगों तक सफलतापूर्वक पहुंचे हैं। एसटीएल गर्व ग्रामीण डिजिटल मंच है जो डिजिटल अंतर को पाटने का काम करता है।