Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Sep, 2025 06:23 PM

दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियों में हाल के महीनों में कर्मचारियों की छंटनी की खबरें सामने आई हैं। अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट, TCS, इंटेल जैसी कंपनियों ने सैकड़ों कर्मचारियों को काम से हटाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका मुख्य कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस...
बिजनेस डेस्कः दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियों में हाल के महीनों में कर्मचारियों की छंटनी की खबरें सामने आई हैं। अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट, TCS, इंटेल जैसी कंपनियों ने सैकड़ों कर्मचारियों को काम से हटाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका मुख्य कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का तेजी से अपनाया जाना और ऑटोमेशन में बदलाव है।
वॉलमार्ट (Walmart) के CEO डग मैकमिलन ने भी चेतावनी दी है कि AI कई नौकरियों को प्रभावित करेगा और वर्कफोर्स की संरचना बदल देगा। उन्होंने कहा, "आने वाले समय में काम करने के हर पहलू पर AI का असर देखने को मिलेगा। यह बिल्कुल साफ है कि AI हर नौकरी को किसी न किसी रूप में बदल देगा।"
मैकमिलन ने कहा कि AI के बढ़ते प्रभाव से लेबर मार्केट में बदलाव हमारी उम्मीदों से कहीं अधिक होगा। Wall Street Journal की रिपोर्ट के अनुसार, फोर्ड, जेपी मॉर्गन चेज और अमेज़न जैसी कंपनियों ने भी इसी तरह की चेतावनी दी है।
कुछ नौकरियां खत्म, कुछ नए अवसर उभरेंगे
2.1 मिलियन कर्मचारियों वाली दुनिया की सबसे बड़ी एम्प्लॉयर कंपनी वॉलमार्ट ने बताया कि अगले तीन सालों में कुल कर्मचारियों की संख्या स्थिर रहेगी, लेकिन कई काम करने के तरीके बदलेंगे और इससे कुछ नौकरियां समाप्त होंगी। पहले ही वेयरहाउस ऑटोमेशन, AI-ड्रिवेन चैटबॉट और बैकस्टोर ऑटोमेशन में कई जॉब खत्म हो चुकी हैं। वहीं, कुछ नई भूमिकाएं भी उभर रही हैं, जैसे AI टूल्स बनाने वाले रोल और हाई-टच कस्टमर फेसेसिंग जॉब्स।
वॉलमार्ट की चीफ पीपल ऑफिसर डोना मॉरिस का कहना है कि अभी यह तय करना बाकी है कि नौकरियों की सटीक संरचना कैसी होगी।
आगामी दो सालों में बदलाव तेज
OpenAI की चीफ इकोनॉमिस्ट रोनी चटर्जी ने कहा कि अगले 18-36 महीनों में AI को तेजी से अपनाया जाएगा। कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि वे नई स्किल्स सीखें और बदलाव के लिए तैयार रहें। AI के CEO भी बता चुके हैं कि आने वाले दो सालों में कर्मचारियों को अब वही काम नहीं करना पड़ेगा जो पहले किया करते थे।