Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 Sep, 2025 02:00 AM

Bhuvaneshwari Jayanti 2025: भुवनेश्वरी जयंती एक अत्यंत महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो देवी भुवनेश्वरी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हर वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार विशेष मुहूर्त में आता है और इसे देवी भुवनेश्वरी की पूजा और व्रत करके मनाया...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Bhuvaneshwari Jayanti 2025: भुवनेश्वरी जयंती एक अत्यंत महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो देवी भुवनेश्वरी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हर वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार विशेष मुहूर्त में आता है और इसे देवी भुवनेश्वरी की पूजा और व्रत करके मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन की गई पूजा से घर में सुख-समृद्धि, धन-वैभव और शांति बनी रहती है। भुवनेश्वरी देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और उनकी कथा सुनते हैं। सुख-समृद्धि की पूजा के लिए भुवनेश्वरी देवी का व्रत रखा जाता है और ये दस महाविद्याओं में से एक हैं। हर किसी के लिए यह पूजा करने बेहद कठिन होता है यदि कुछ ज्यादा नहीं कर सकते तो इस कथा का पाठ करने से ही आपको मनचाहा फल प्राप्त होता है।
Bhuvaneshwari Jayanti Puja Muhurta भुवनेश्वरी जयंती पूजा मुहूर्त
पंचांग के मुताबक आज 4 सितम्बर को भुवनेश्वरी जयंती का व्रत रखा जाएगा।
Bhuvaneshwari Jayanti Vrat Katha जयंती व्रत कथा
प्राचीन काल में एक भयंकर और दुष्ट राक्षस था, जिसका नाम दुर्गम था। उसकी अत्याचारों और अत्यधिक क्रूरता से न केवल आम लोग बल्कि सभी देवता भी परेशान थे। इस दुर्गम राक्षस को रोकने के लिए देवताओं और ब्राह्मणों ने मिलकर एक योजना बनाई। वे हिमालय पर्वत पर जाकर माता भुवनेश्वरी की पूजा-अर्चना करने लगे। उनकी भक्ति और श्रद्धा से प्रसन्न होकर देवी भुवनेश्वरी हिमालय पर प्रकट हुईं। जब देवी ने अपनी आंखें खोलीं, तो उनकी आंखों से जल की धाराएं बहने लगीं, जिससे धरती के सभी जीव-जंतु तृप्त हो गए और पेड़-पौधे, जड़ी-बूटियाँ भी अच्छी तरह से सिंचित हो गईं। अंततः देवी भुवनेश्वरी ने दुर्गम राक्षस से युद्ध किया और उसे पराजित कर समाप्त कर दिया।

भुवनेश्वरी जयंती पर विशेष पूजा और शुभ कार्य
भुवनेश्वरी जयंती के दिन जो व्यक्ति पूजा करता है, उसके जीवन में सुख-शांति और धन की वृद्धि होती है। इस दिन किए गए धार्मिक कार्य अत्यंत फलदायक होते हैं। इसलिए इस दिन नए कार्यों की शुरुआत, गृह प्रवेश, व्यवसायिक काम या विवाह जैसे शुभ कार्य करना लाभकारी माना जाता है। साथ ही, इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना भी अत्यंत पुण्यदायक होता है।
