Edited By Prachi Sharma,Updated: 26 Feb, 2024 11:12 AM
होली का पर्व आने में बस 1 महीने का समय बाकी है लेकिन ब्रज की नगरी में इस पर्व की शुरुआत बसंत पंचमी के दिन से ही हो गई है। ब्रज में होली के पर्व को 1 दिन
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Braj Ki Holi 2024: होली का पर्व आने में बस 1 महीने का समय बाकी है लेकिन ब्रज की नगरी में इस पर्व की शुरुआत बसंत पंचमी के दिन से ही हो गई है। ब्रज में होली के पर्व को 1 दिन नहीं बल्कि 40 दिन तक मनाया जाता है। इन दिनों में ब्रज की हर एक गली रंगमय हो जाती है। ब्रज की होली विश्व की सबसे प्रसिद्ध होली मानी जाती है। देश-विदेश से लोग यहां की होली का आनंद लेने आते हैं। बसंत पंचमी से शुरू होकर होली का यह पर्व रंग पंचमी तक चलता है। ब्रज में अलग-अलग दिन अलग-अलग तरह से होली खेली जाती है। तो चलिए जानते हैं ब्रज की होली की पूरी लिस्ट।
Braj Holi Calendar ब्रज की होली कैलेंडर 2024
17 मार्च 2024- श्रीजी मंदिर में लड्डू होली (बरसाना)
18 मार्च 2024- लट्ठमार होली (बरसाना)
19 मार्च 2024- नंद भवन में लट्ठमार होली (नंदगांव)
20 मार्च 2024- रंगभरी एकादशी (वृंदावन)
21 मार्च 2024- छड़ीमार होली, बांके बिहारी मंदिर में फूलों की होली (गोकुल)
22 मार्च 2024- गोकुल होली
24 मार्च 2024- होलिका दहन (द्वारकाधीश मंदिर डोला, मथुरा विश्राम घाट, बांके बिहारी वृंदावन में)
25 मार्च 2024- पूरे ब्रज में होली का उत्सव मनाया जाएगा
26 मार्च 2024- दाऊजी का हुरंगा
30 मार्च 2024- रंग पंचमी पर रंगनाथ जी मंदिर में होली
Why is Holi of Braj so special क्यों होती है ब्रज की होली इतनी खास
ब्रज को कान्हा की नगरी कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार द्वापरयुग में भगवान कृष्ण ने राधा रानी और गोपियों ने इन्हीं जगह पर होली खेली थी। इन सब में से लट्ठमार होली को सबसे ज्यादा खास और महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अलावा यहां छड़ीमार, लड्डू और फूलों वाली होली मनाई जाती है। होली के पर्व को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। राधा-कृष्ण होली खेलते हुए जगत को प्रेम का पाठ पढ़ाते हैं। ब्रज की होली को लेकर एक बात कही जाती है जगत होली ब्रज होरा।