Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Oct, 2023 10:42 AM
छोटा रावण, मोटा रावण, पतला रावण, बड़ा रावण और विशालकाय रावण के ढांचे बनकर तैयार है। रावण के रंग-बिरंगे सिर सजाकर रख दिए गए हैं। बड़ी-बड़ी मूछों वाले रावण के
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Dussehra 2023: छोटा रावण, मोटा रावण, पतला रावण, बड़ा रावण और विशालकाय रावण के ढांचे बनकर तैयार है। रावण के रंग-बिरंगे सिर सजाकर रख दिए गए हैं। बड़ी-बड़ी मूछों वाले रावण के सिर लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। दशहरा पर्व पर पुतला दहन की परंपरा को निभाने के लिए लीला समितियों के साथ रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, लोगों के समूह, आमजन आदि रावण का पुतला लेने के लिए पहुंच रहे हैं। दिल्ली के टैगोर गार्डन और सुभाष नगर के बीच सड़क पर तातारपुर में रावण के पुतलों की मंडी लगती है।
यह मंडी काफी पहले से लग रही है। न केवल दिल्ली, बल्कि आसपास के अन्य शहरों के लोग यहां आते हैं और यहां से रावण के पुतले लेकर जाते हैं। यहां तैयार किए गए पुतले हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तक जाते हैं। चार-पांच सौ रुपए प्रति फुट के हिसाब से पुतले तैयार किए जाते हैं। जितना बड़ा पुतला उतनी अधिक कीमत। पहले से ऑर्डर दिए गए पुतलों को भी लोग यहां से लेकर जा रहे हैं। दशहरा से एक-दो दिन पहले रामलीला समितियां रावण के पुतलों को लीला-मेला स्थल पर ले जाती हैं। उनके साथ कुंभकरण तथा मेघनाद के पुतले भी होते हैं। आम लोग अधिकतर केवल रावण के पुतले ही ले जाते हैं। कटे हुए बांस से तैयार बड़े पुतले कई हिस्सों में होते हैं, जिनको ट्रक आदि से ले जाया जाता है। पुतला कारीगर मेला स्थल पर पुतलों को आपस में जोड़कर मैदान में खड़ा कर देते हैं।
पुतले बनाने वाले आशीष चौधरी ने बताया कि इस बार पुतलों की मांग काफी अधिक है। रामलीला समितियों के अतिरिक्त आम लोग भी रावण के मध्यम आकार वाले पुतले लेने के लिए अच्छी संख्या में पहुंच रहे हैं। मांग को देखते हुए दिन-रात काम किया जा रहा है। ज्यादातर ऑर्डर का काम पूरा हो चुका है। काफी पुतले चले भी गए हैं।