Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Aug, 2023 10:39 AM
आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और ये मेष राशि में वक्री होंगे। 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से धनु राशि के जातकों को अपने जीवन में क्या
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Guru Vakri 2023: आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और ये मेष राशि में वक्री होंगे। 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से धनु राशि के जातकों को अपने जीवन में क्या बदलाव देखना होगा ? धनु राशि अपने देव गुरु की राशि है और इस मूल त्रिकोण राशि से गुरु पंचम में गोचर कर रहे हैं। धनु राशि के लिए ये गोचर ज्यादा बढ़िया फल करेगा। गुरु का पंचम का गोचर शुभ होता है। यदि धनु राशि के जातकों की कुंडली में धनु की दशा या महादशा चल रही है तो आपको इसके बहुत अच्छे फल मिलेंगे। गुरु दो तरीके से फल करते हैं। एक जो उनका कारक तत्व है वो और जिन दो घरों के स्वामी हैं, उनका भी फल करते हैं।
गुरु आपकी कुंडली में लग्न के स्वामी हैं तो लग्न के फल करेंगे। ये आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बढ़िया है। चौथा भाव आपका सुख स्थान होता है और ये सुख स्थान के फल करेंगे। चौथे भाव से प्रॉपर्टी, धन लाभ का विचार किया जाता है। गुरु इकलौते ग्रह हैं, जो कुंडली में चार भावों के कारक होते हैं। गुरु दूसरे भाव के कारक ग्रह हैं। यहां से धन का विचार किया जाता है। गुरु पंचम के कारक हैं। पंचम से संतान, मन की शांति देखी जाती है। इन चीजों के गुरु बढ़िया फल करेंगे। गुरु ग्यारहवें भाव के कारक हैं। ग्यारहवां भाव आपकी आय का स्थान है। कुंडली में 33 % भाव उनके कारक गुरु हैं।
गुरु पंचम में गोचर कर रहे हैं तो गुरु की एक दृष्टि जा रही है भाग्य स्थान के ऊपर अपने ही भाव में। अगर किसी धार्मिक जगह पर जाना चाहते हैं तो इस समय में जाने का मौका जरूर मिलेगा। हो सकता है मेडिटेशन की तरफ ध्यान ज्यादा हो। भाग्य हर स्थिति में आपका साथ देने को तैयार होगा। गुरु की एक दृष्टि आय स्थान के ऊपर भी पड़ेगी। निश्चित तौर पर आय में वृद्धि होगी। जो लोग संतान की चाह में हैं, उनकी इच्छा पूरी हो सकती है।
नरेश कुमार
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