Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Feb, 2020 08:02 AM
‘लै आज्ज फड़ लेया मैं तेरा हथ नीं, हुन कदे नीं छडना’ वैलेंटाइन वीक के हर दिन को भुनाने की आड़ में जहां विभिन्न कम्पनियां गिफ्टस लांच करती हैं, वहीं मयुजिक की दुनिया में भी वैलेंटाइन के हर दिन से संबंधित गाने आसानी से मिल जाते हैं।
Follow us on Instagram
‘लै आज्ज फड़ लेया मैं तेरा हथ नीं, हुन कदे नीं छडना’ वैलेंटाइन वीक के हर दिन को भुनाने की आड़ में जहां विभिन्न कम्पनियां गिफ्टस लांच करती हैं, वहीं मयुजिक की दुनिया में भी वैलेंटाइन के हर दिन से संबंधित गाने आसानी से मिल जाते हैं। वैलेंटाइन वीक के प्रॉमिस डे पर आज प्यार को सारी जिंदगी निभाने के वायदे किए जाएंगे। फिल्मी गीतों से प्रभावित आजकल के युवाओं को प्यार के सही मायनों की पहचान वहीं से होती है। प्यार, कस्में, वायदों व वफा की न जाने कितनी अहमियत इनमें बताई जाती है। वैलेंटाइन वीक के हर दिन को अब परिवार के साथ मस्ती करके मनाया जाता है।
प्यार की सच्चाई लबों पर आ ही जाती है: दिल के अहसास को अगर बोल कर मुंह तक लाया जाए तो शायद लफ्ज वहां तक पहुंचते ही थम जाएंगे पर फिल्मी डायलाग तो ऐसे बने हुए हैं, जो डायरैक्ट दिल से निकले हो। प्रॉमिस डे पर युवा फिल्मी स्टाइल से अपनी फ्रैंडस से जिंदगी का साथ निभाने का प्रॉमिस करेंगे। लवल व सोनम का मानना इससे अलग है वह कहते हैं कि जब जज्बात हमारे हैं तो डायलाग किसी और से क्यों लें। इसलिए वह अपने प्यार के इजहार के लिए ऐसा कुछ करने की बजाय सीधी बात करेंगे। अगर प्यार में सच्चाई होगी तो सामने वाला इंकार कर ही नहीें पाएगा। लेकिन कुछ टीन-एर्जस या तो मस्ती में या फिर शरारत में फिल्मी गीतों और डायलाग का ही सहारा लेंगे।
क्या सच्चे होंगे वायदे? :
प्रॉमिस डे पर वायदा किया और सारी उम्र उसे निभाना इस पर यकीन करना कुछ असंभव सा लगता है क्योंकि आजकल के युवा पल-पल में मस्ती करते हुए शरारतें करते हैं। कोई किस्मत वाली या किस्मत वाला ही होगा जिसे सच्चा प्यार नसीब हो। वैसे माना जाता है कि वायदे तो इसीलिए ही किए जाते है कि उन्हें तोड़ा जाए। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि वैलेंटाइन के प्रॉमिस डे पर होने वाले प्रॉमिस कितनी देर तक टिके रहेंगे।
ब्रेकअप होने पर निराश न हो: वैलेंटाइन वीक हर वर्ष युवाओं की मस्ती का समय रहता है। युवा दोस्तों संग मस्ती करते हुए इस सप्ताह के हर दिन को मनाते हैं। आजकल के युवा डिप्रैशन का शिकार ज्यादा हो रहे जिसका कारण यह है कि वह किसी भी काम को लेकर सिरियस नहीं होते पर प्यार मुहब्बत की राह पर बहुत जल्दी हर किसी पर विश्वास कर लेते हैं। मस्ती में किए जाने वाले झूठे प्रॉमिस उन्हें पूरी तरह से झिंझोड़ कर रख देते हैं। झूठे वायदों की सच्चाई पता चलते ही रिश्तों में ब्रैकअप हो जाता है। कई बार अपनी निराशा को निकालने के लिए वह हिंसक भी हो सकते हैं। - डा.अमन सूद, सिविल अस्पताल जालंधर
शीतल जोशी
joshisheetal25@gmail.com