Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Dec, 2025 02:43 PM

Lord Ganesha management secrets for business: भगवान श्रीगणेश का स्वरूप देखने में बहुत ही रहस्यमयी लगता है। उनके शरीर का हर अंग बहुत ही विचित्र है। जैसे- हाथी के समान मुख, सूंड, बड़े-बड़े कान, छोटी-छोटी आंखें, बड़ा पेट आदि। देखने में भले ही श्रीगणेश...
Lord Ganesha management secrets for business: भगवान श्रीगणेश का स्वरूप देखने में बहुत ही रहस्यमयी लगता है। उनके शरीर का हर अंग बहुत ही विचित्र है। जैसे- हाथी के समान मुख, सूंड, बड़े-बड़े कान, छोटी-छोटी आंखें, बड़ा पेट आदि। देखने में भले ही श्रीगणेश का स्वरूप विचित्र लगे, लेकिन गणेशजी के इन सभी अंगों में बिजनैस मैनेजमैंट से जुड़े खास सूत्र छिपे हैं, जरूरत है तो उन्हें समझने की। श्रीगणेश से जुड़े बिजनैस मैनेजमैंट के इन सूत्रों को आजमाकर आप अपने बिजनैस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। आपको बिजनैस मैनेजमैंट के यही सूत्र बता रहे हैं :

गणेशजी का बड़ा सिर बताता है कि बिजनैस में हमेशा बड़ी सोच रखकर ही आगे बढ़ना चाहिए। अपने बिजनैस को आगे बढ़ाने के लिए हमारे पास एक ठोस प्लान होना चाहिए। हमारा टार्गेट भी हमेशा बड़ा ही होना चाहिए। जब हमारे पास बड़ा टार्गेट और एक पुख्ता प्लान होगा तो निश्चित रूप में हम अपने बिजनैस को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सफल होंगे।

गणेशजी के बड़े कानों में बिजनैस मैनेजमैंट से जुड़ा एक खास सूत्र छिपा है। बड़े कान हमें बताते हैं कि बिजनैस करते समय हमें हमेशा सजग रहना चाहिए। बिजनैस के क्षेत्र में हो रही हर छोटी-बड़ी घटनाओं के बारे में हमें जानकारी होनी चाहिए। हमारा सूचना तंत्र इतना मजबूत होना चाहिए कि हमारे बिजनैस को प्रभावित करने वाली बात हमें तुरंत पता होनी चाहिए, ताकि हम समय पर अपनी रणनीति बना सकें।

भगवान श्रीगणेश की सूंड में भी बिजनैस मैनेजमैंट का एक खास सूत्र छिपा है। जैसे हाथी की सूंड बड़ी होती है, उसी तरह हमारे बिजनैस संपर्क भी दूर-दूर तक होने चाहिएं, ताकि उनका लाभ भी हमें समय-समय पर मिलता रहे। सूंड की पकड़ भी मजबूत होती है इसका अभिप्राय यह है कि कर्मचारियों पर भी हमारी पकड़ मजबूत रहे, ताकि किसी भी हाल में हम अपने स्पर्धियों से पिछड़ें न।
बिजनैस में लाभ-हानि होती रहती है। कभी-कभी हानि का अनुपात ज्यादा हो जाता है। ऐसी स्थिति में गणेशजी का बड़ा पेट हमें सिखाता है कि हमारे अंदर हानि पचाने की भी पूर्ण क्षमता होनी चाहिए। हानि के कारण यदि हम विचलित हो जाएंगे तो आगे जाकर उसे लाभ में परिवर्तित नहीं कर पाएंगे।
गणेशजी की छोटी आंखें हमें बताती हैं कि बिजनैस में हमें सदैव अपना लक्ष्य निर्धारित रख कर आगे बढ़ना चाहिए। अगर हम कोई नया बिजनैस करने जा रहे हैं तो हमारा ध्यान पूरी तरह हमारे लक्ष्य पर ही केंद्रित होना चाहिए। छोटी आंख वाले सभी जीवों की नजर बहुत तेज होती है और उनका ध्यान पूरी तरह अपने लक्ष्य पर ही होता है।
भगवान श्रीगणेश को एकदंत भी कहते हैं, क्योंकि इनका एक दांत पूर्ण तथा दूसरा टूटा हुआ है। श्रीगणेश का एक दांत हमें बताता है कि जब भी हम कोई नया बिजनैस शुरू करें तो उसके बारे में हमें पूरी जानकारी होनी चाहिए, तब ही बिजनैस में सफलता संभव है।
टूटा हुआ दांत संसाधन का प्रतीक है। यानी संसाधन कम भी हों तो कोई बात नहीं, क्योंकि संसाधन बाद में जुटाए जा सकते हैं, लेकिन बिजनैस का पूर्ण ज्ञान आवश्यक है।