Edited By Sarita Thapa,Updated: 25 Aug, 2025 09:37 AM

Laat Bhairav Temple: काशी नगरी का हर कोना वैसे तो आस्था से जुड़ा हुआ है। वहीं हाल ही में एक दृश्य ने श्रद्धालुओं और ज्योतिषाचार्यों दोनों का ध्यान अपने तरफ खिंच रहा है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Laat Bhairav Temple: काशी नगरी का हर कोना वैसे तो आस्था से जुड़ा हुआ है। वहीं हाल ही में एक दृश्य ने श्रद्धालुओं और ज्योतिषाचार्यों दोनों का ध्यान अपने तरफ खिंच रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद अब भक्त जब लाट भैरव मंदिर दर्शन करने पहुंचे, तो वहां भी एक पवित्र सफेद रंग का उल्लू दिखाई दिया। मान्यताओं के अनुसार, उल्लू को मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जहां उल्लू का आगमन होता है, वहां समृद्धि और शुभता स्वयं कदम रखती है। ऐसे में भैरव दरबार में इस दिव्य पक्षी का प्रकट होना क्या किसी बड़े शुभ संकेत की ओर इशारा कर रहा है? तो आइए जानते हैं इस रहस्यमयी दृश्य के पीछे छिपे आध्यात्मिक संकेत के बारे में-
काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद अब लाट भैरव मंदिर उल्लू का दिखाई देना श्रद्धालुओं और वहां के स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। भारतीय परंपरा में उल्लू को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। आमतौर पर लोग इसे रात्रिचर और डरावना पक्षी मानते हैं, लेकिन शास्त्रों और तंत्र परंपरा में इसका स्थान बिल्कुल अलग है। लोगों को लाट भैरव मंदिर परिसर में उल्लू के दर्शन हुए हैं। कई लोग इसे आने वाले समय में एक शुभ संकेत के तौर पर देख रहे हैं, तो वहीं यहां के स्थानीय लोग भी इसे सकारात्मक घटना मानते हुए कह रहे हैं कि यह काशी के धार्मिक महत्व को और बढ़ा रहा है।