Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Dec, 2022 07:54 AM
अयोध्या के मध्य में स्थित लता मंगेशकर चौक स्थानीय लोगों और यहां आने वाले उन पर्यटकों के लिए एक पड़ाव बन गया है, जो चौराहे से राम मंदिर की ओर अपनी यात्रा शुरू करते हैं। ‘भारतरत्न’ दिवंगत लता मंगेशकर की
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अयोध्या (प.स.): अयोध्या के मध्य में स्थित लता मंगेशकर चौक स्थानीय लोगों और यहां आने वाले उन पर्यटकों के लिए एक पड़ाव बन गया है, जो चौराहे से राम मंदिर की ओर अपनी यात्रा शुरू करते हैं। ‘भारतरत्न’ दिवंगत लता मंगेशकर की 93वीं जयंती पर उनके सम्मान में राज्य सरकार द्वारा निर्मित चौक का उद्घाटन इसी वर्ष 28 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल माध्यम से किया था।
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इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां मौजूद थे। लता मंगेशकर चौक लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है, जिसके केंद्र में एक छोटा-सा टैंक है, जिसके बीच से विशाल वीणा है, जो देखने वालों की जिज्ञासा को बढ़ाती है। यह वाद्य यंत्र भारतीय शास्त्रीय संगीत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसे विद्या की देवी सरस्वती के वाद्य यंत्र के रूप में जाना जाता है। टैंक के अंदर लता मंगेशकर के 92 साल के लंबे जीवन के प्रतीक 92 सफेद संगमरमर के कमल हैं।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि परियोजना की निर्माण लागत लगभग 7.90 करोड़ रुपए थी। वीणा को ‘पद्म पुरस्कार’ से सम्मानित राम वी. सुतार ने डिजाइन किया है, जिन्हें गुजरात में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के डिजाइन का श्रेय भी दिया जाता है। चौक के दोनों ओर पुलिस चौकी स्थित है। राम पथ के किनारे स्थित पुलिस चौकी के ठीक सामने एक एल.सी.डी. स्क्रीन है जिस पर राम मंदिर निर्माण का एक एनीमेशन और दीप दीपावली समारोह के वीडियो दिखते हैं।